Sunday 31 May 2015

फीफा की चमक के पीछे का सच: 1093 भारतीयों ने कतर में गंवाई जान

2022 में होने वाला है फीफा विश्वकप। इस बार इसकी मेजबानी कर रहा है कतर। कतर इस विश्वकप को बेहद भव्य बनाना चाहता है और इसके लिए वहां बनाई जा रही हैं बहुमंजिला इमारतें, शानदार स्टेडियम, चमचमाती सड़कें और सैंकडों होटल। लेकिन इस चमक-दमक के पीछे भी एक सच्चाई है, एक ऐसी सच्चाई जो स्याह है और बेहद डरा देने वाली भी।

अंतर्राष्ट्रीय मीडिया में लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारत, नेपाल और बांग्लादेश से लाए गए मजदूर कतर में बेहद खतरनाक और खराब हालातों में दिन-रात काम कर रहे हैं। काफी मजदूर अभी तक मर चुके हैं और बाकी या तो बीमार हैं या फिर मानसिक अवसाद के शिकार।

2010 में कतर को फीफा की मेजबानी मिली थी और 2011 से यहां पर निर्माण का काम शुरु हो गया था। भारत सरकार की मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने राज्यसभा में उठाए गए एक सवाल के जवाब में कहा कि 2011 से मई 2015 के बीच 1093 भारतीयों ने वहां (कतर में) अपनी जांन गंवा दी।

विदेशी मीडिया में चल रही खबरों पर यदि भरोसा किया जाए तो साल 2013 में करीब 5.8 लाख भारतीय कतर में थे।

सोशल मीडिया में भी इस बात की काफी चर्चा हो रही है। कहा जा रहा है कि फीफा की चमक के पीछे मजदूरों के साथ हो रहे अत्याचार की कहानी है। ‪#‎Qatar जैसे ही आप फेसबुक पर डालेंगे वैसे ही तमाम कहाानियां आपकी आखों के सामने होंगी।

मैगी मामला: अमिताभ बच्चन, माधुरी दीक्षित और प्रीति जिंटा पर केस दर्ज

नेस्ले कम्पनी द्वारा बनाई जाने वाली मैगी का विज्ञापन कर रहे बॉलीवुड सुपरस्टार अमिताभ बच्चन, अभिनेत्री माधुरी दीक्षित तथा प्रीति जिंटा के साथ नेस्ले इंडिया के मुख्य कार्यकारी पर बाराबंकी में शनिवार को परिवाद दाखिल किया गया है।

अधिवक्ता संतोष कुमार सिंह की ओर से दायर परिवाद पर चीफ जुडीशियल मजिस्ट्रेट सत्यदेव गुप्ता की अदालत ने सुनवाई के लिए पहली जून की तिथि मुकर्रर की है।

अधिवक्ता ने कम्पलेंट में कहा है कि नेशनल हाइवे गुड़गांव के जकारांडा मार्ग पर एम ब्लाक डीएलएफ सिटी केस-2 स्थित ‘नेस्ले इंडिया’ द्वारा आमजन विशेष कर बच्चों के लिए बनाए जा रहे नूडल्स (मैगी) को नुकसानदेह पाया गया है।

वहीं, माधुरी दीक्षित ने शनिवार को नेस्ले अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों ने उन्हें मैगी की गुणवत्ता के साथ कोई समझौता नहीं किए जाने का आश्वासन दिया।

इस बार सैलेरी खर्च करने से पहले पढ़ें ये खबर क्योंकि बढ़ने वाले हैं इन चीजों के दाम

एक जून से जनता पर महंगाई की मार पड़ने वाली है। जहां एक ओर सर्विस टैक्स बढ़ने वाला है वहीं दूसरी ओर ट्रेन के AC कोच में सफर करना भी महंगा हो जाएगा।

गौरतलब है कि आम बजट में सेवाकर को 12 से बढ़ा कर 14 फीसदी कर दिया गया था। बढी हुई दरें एक जून से लागू होंगी। इसी के मद्देनज़र रेलवे ने भी 3.6 की बजाय 4.2 की दर से सेवाकर लेने का फैसला किया है।

आइए पहले आपको बताते हैं कि ट्रेन का सफर कितना महंगा हो जाएगा

एक जून से रेलयात्रियों की जेब ढीली होगी। रेलवे किराया, खानपान, माल ढुलाई व पार्सल पर 4.2 फीसदी की दर से सेवा कर लगाने जा रहा है। एसी व प्रथम श्रेणी में किराया, खाना व बोलतबंद पानी महंगे हो जाएंगे। इसके अलावा पार्सल वैन व मालगाडियों से ढुलाई की जाने वाली वस्तुओं की कीमतें बढ़ जाएंगी।

रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आम बजट में 12 से बढ़ाकर 14 फीसदी सेवा कर की घोषणा की गई थी। इसके बाद रेलवे ने पहली जून से रेल किराये व अन्य सभी वस्तुओं पर 3.6 की बजाय 4.2 फीसदी की दर से सेवा कर लगाने का फैसला किया है।

इससे एसी-1, 2, 3, चेयरकार व एक्जीयूक्टिव क्लास का किराया बढ़ेगा। स्लीपर व जनरल श्रेणी का किराया नहीं बढ़ेगा। बोर्ड के यातायात वाणिज्य प्रबंधक एस के अहिरवार की ओर से 26 मई को ही पत्र जारी कर सभी जोनल रेलवे को इस संबंध में सूचना दे दी गई है।

यात्री ने एडवांस बुकिंग कर रखी है लेकिन सफर एक जून से करेगा तो उसे बढ़ा हुआ किराया देना होगा। माल ढुलाई पर 4.2 फीसदी सेवा कर लगने से सीमेंट, कोयला, लौह अयस्क, खाद्यान्न, मांस, मछली आदि के दाम बढ़ जाएंगे।

अब जान लीजिए कि क्या क्या हो जाएगा महंगा

यूं तो काफी कुछ महंगा होने वाला है लेकिन जो चीजें सबसे ज्यादा आप पर बोझ बनने वाली हैं वो हैं- रेस्टोरेंट में खाना, मोबाइल का बिल, बीमा प्रीमियम और फिल्म देखना।

सेवा कर एक छोटी नकारात्मक सूची के अलावा सभी सेवाओं पर लगाया जाता है। विज्ञापन, हवाई यात्रा, आर्किटेक्ट की सेवाएं, कुछ प्रकार के निर्माण, क्रेडिट कार्ड, कार्यक्रम प्रबंधन, टूर आपरेटर जैसी महत्वपूर्ण सेवाओं पर सेवा कर लगता है।

प्लास्टिक से बने डीजल से दौड़ेगी रेलगाड़ी

वह दिन दूर नहीं जब रेलवे स्टेशनों पर फेंकी गई प्लास्टिक की बोतलों, कपों तथा अन्य पैकेजिंग पदार्थों से डीजल बनने लगेगा और उससे डीजल इंजन चलने लगेंगे। वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र (सीएसआईआर) के तहत स्थापित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (आईआईपी), देहरादून के साथ मिलकर रेलवे प्रतिदिन एक टन प्लास्टिक कूड़े से डीजल बनाने की क्षमता वाला प्लांट लगाने की योजना बना रही है। प्रायोगिक तौर पर लगाए जाने वाला यह प्लांट यदि आर्थिक रूप से सफल रहा तो इनकी संख्या बढ़ाई भी जा सकती है।

जगह की खोज जारी
आईआईपी के अनुसार, इस सिलसिले में तीन बैठकें हो चुकी हैं और आगामी तीन जून को एक और बैठक होने वाली है। अभी यह परियोजना बेहद शुरुआती चरण में है। संभवत: यह प्लांट दिल्ली, मुंबई या जयपुर में से किसी एक जगह लगाया जा सकता है। स्थान का चयन करते समय यह देखना होगा कि वहां स्टेशन से प्रतिदिन एक टन प्लास्टिक कूड़ा निकलता हो और उत्पादित डीजल का भंडारण और इस्तेमाल की पर्याप्त सुविधा हो।

आईआईपी ने विकसित की खास तकनीक

आईआईपी ने ऐसी खास तकनीक विकसित की है जिससे प्लास्टिक से यूरो-4 मानक का डीजल बनाया जा सकता है। डीजल की अच्छी गुणवत्ता के लिए आईआईपी विशेष प्रकार के उत्प्रेरक का इस्तेमाल करता है और यही उसकी खासियत है। यह पहली बार है जब संस्थान को इतना बड़ा प्लांट लगाने की जिम्मेदारी मिली है। फिलहाल संस्थान के परिसर में ही 20 किलोग्राम क्षमता का प्लांट लगाया गया है।

ऐसे मिलेगी ऊर्जा    
प्लास्टिक से डीजल बनाने के दौरान उत्पाद के रूप में जो गैस निकलती है उसका इस्तेमाल प्लांट के संचालन की ऊर्जा जरूरतों के लिए कर लिया जाता है।  नियमों के तहत इस तरह से बने डीजल की खुले बाजार में बिक्री नहीं की जा सकती इसलिए इसे बनाने वाला संगठन या कंपनी इसका सिर्फ अपनी जरूरतों के लिए इस्तेमाल कर सकती है।

आगरा के लिए जल्द दौड़ेगी तेजरफ्तार ट्रेन
दिल्ली-आगरा के बीच चलने वाली पहली सेमी हाई-स्पीड ट्रेन सेवा गतिमान एक्सप्रेस की गति 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार तक हो सकती है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून के दूसरे सप्ताह में इसे हरी झंडी दिखा सकते हैं। दोनों गंतव्यों के बीच 200 किलोमीटर लंबी पटरी पर सेमी हाई-स्पीड ट्रेन का दो बार पहले ही परीक्षण हो चुका है और अब इसे रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) से आवश्यक मंजूरी की जरूरत है। सीआरएस से किसी भी समय मंजूरी मिल सकती है और नौ जून तक ट्रेन शुरू हो सकती है।

ट्रेन की खासियत
- 54 सौ अश्व शक्ति का विद्युत इंजन लगा है।
- 12 आधुनिक डिब्बों से सुसज्जित है।
- 160 किलोमीर प्रति घंटा होगी रफ्तार।
- 200 किमी की दूरी को करीब 105 मिनट में करेगी तय।
रेलवे की पहल
- सेमी हाई-स्पीड ट्रेन के मार्ग पर कुछ जगह पटरियों की बाड़बंदी की गई।
- सिग्नल प्रणाली को उन्नत किया गया है।
- ट्रेन में आग संबंधी सूचना देने वाले स्वचालित अलार्म है।
- यात्री सूचना प्रणाली और डिब्बों के अंदर स्लाइडिंग डोर जैसी कुछ अतिरिक्त विशेषताएं हैं।
   
क्या होगा किराया

गतिमान एक्सप्रेस का किराया शताब्दी एक्सप्रेस से 25 प्रतिशत अधिक होगा। रेलवे नौ अन्य मार्गों पर भी इसी तरह की ट्रेन चलाना चाहता है जिनमें कानपुर-दिल्ली, चंडीगढ़-दिल्ली, हैदराबाद-चेन्नई, नागपुर-बिलासपुर, गोवा-मुंबई और नागपुर-सिकंदराबाद मार्ग शामिल हैं

दीपिका की ‘पीकू’ ने पोलैंड में भी चखा कामयाबी का स्वाद

दुनियाभर में सफलता के झंडे गाड़ रही शूजित सरकार निर्देशित ‘पीकू’ ने अब पोलैंड में भी सफलता पा ली है। पोलैंड की राजधानी वॉरसॉ में 20 मई को फिल्म निर्माण कंपनी यशराज फिल्म्स एवं अनुज शर्मा की ‘इमेजेस एंड वर्ल्ड्स’ कंपनी की ओर से रिलीज हुई इस फिल्म को जबर्दस्त सराहना मिली है।

यह जल्द पोलैंड के क्राको, लॉड्ज, लबलिन, व्रोकला, पॉज्नान जैसे बड़े शहरों में दिखाई जाएगी।

इमेजेस एंड वर्ल्ड्स कंपनी के अध्यक्ष अनुज शर्मा ने कहा, ‘‘पोलैंड न केवल बॉलीवुड मसाला फिल्मों का एक बाजार है, बल्कि पोलैंड के सिनेप्रेमी ‘पीकू’ जैसी संजीदा एवं साफ-सुथरी फिल्में देखने के भी इच्छुक हैं।’’

इंडिया-पोलैंड कल्चरल कमेटी के अध्यक्ष जानुस्ज कर्जीजोव्स्की ने बताया, ‘‘पीकू’ ने पोलैंड में एक नया अध्याय शुरू किया है। हम पोलैंड में इसी तरह की रचनात्मक फिल्में देखना चाहते हैं। यह एक जबर्दस्त एवं गुदगुदाने वाली हास्य फिल्म है।’’

कर्जीजोव्स्की वॉरसॉ में 200 से ज्यादा बॉलीवुड फिल्में देख चुके हैं। उन्होंने उर्दू कवि सुरेंद्र जाहिद के साथ बॉलीवुड गीतों का पोलैंड की भाषा में अनुवाद भी किया है।

भारत में विशेष रुचि रखने वाले एवं थाईलैंड, पुर्तगाल व ब्राजील में पोलैंड के राजदूत रह चुके बोगुस्लाव जकरेव्स्की ने ‘पीकू’ की समीक्षा करते हुए कहा, ‘‘अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने मुझे बहुत प्रभावित किया। मैं उनसे बहुत जुड़ाव महसूस कर रहा हूं, क्योंकि उन्होंने मेरे अंदर एक पिता के प्यार को जगाया। मैं उन्हें गोद लेने जैसा महसूस कर रहा हूं। मुझे यकीन है कि दुनिया के कई संजीदा लोगों ने उनके लिए ऐसा ही महसूस किया होगा।’’

इंस्टीट्यूट ऑफ मेडीटेरेनियन एंड ओरिएंटल कल्चर्स के व्याख्याता मैरियुस्ज क्रस्निव्स्की ने बताया, ‘‘यह कई बारीकियों वाली एक सादी सी मानवीय कहानी है। अमिताभ एकदम लाजवाब हैं। वह इन दिनों अपनी पिछली एक्शन फिल्मों की तुलना में ऑफबीट फिल्मों में बतौर अभिनेता ज्यादा बेहतर हैं। उनमें किसी भी विश्वस्तरीय अभिनेता से तुलना की संभावना है।’’

यश राज फिल्म्स ने पूर्व में रानी मुखर्जी अभिनीत ‘मर्दानी’ भी रिलीज की थी। इसे भी पोलैंड में सिनेप्रेमियों ने दिल खोलकर सराहा था।

Saturday 30 May 2015

मिल्खा सिंह ने लिए थे 1 रुपए वहीं बायोपिक के लिए धौनी ने मांगे 80 करोड़!

भाग मिल्खा भाग' और 'मैरीकॉम' जैसी फिल्में हिट क्या हुईं फिल्मी दुनिया में रीयल हीरो पर फिल्म बनाने की होड़ लग गई है, हालांकि अभी तक 'भाग मिल्खा भाग' जैसी सफलता किसी को भी हासिल नहीं हुई है।

ऐसी ही फिल्मों की लिस्ट में पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद अजहरुद्दीन पर बन रही फिल्म 'अजहर' और कैप्टन कूल महेन्द्र सिंह धौनी की बायोपिक भी जुड़ जाएंगी।

धौनी की बायोपिक में सुशांत सिंह राजपूत मुख्य भूमिका निभा रहे हैं। हाल ही में आईपीएल-8 के कई मैचों के दौरान सुशांत स्टेडियम में नजर आए। उनका लुक भी धौनी जैसा ही था। ये फिल्म इसी साल अक्टूबर में रिलीज की जा सकती है। खबरों के मुताबिक फिल्म के लिए धौनी ने 80 करोड़ रुपए मांगे हैं।

जहां मिल्खा सिंह ने फिल्म 'भाग मिल्खा भाग' के लिए मात्र एक रुपए लिए थे वहीं सूत्रों के मुताबिक धौनी ने अपनी लाइफ पर फिल्म बनाने के लिए 80 करोड़ रुपए रॉयल्टी की मांग रखी है, जो हालांकि मानी नहीं गई है। वहीं, पूर्व क्रिकेटर मो. अजहरुद्दीन ने कितनी रॉयल्टी ली है इस बारे में अब तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है।

महत्वपूर्ण दिवस-2015



04 जनवरी
ईद-ए-मिलाद
05 जनवरी
गुरु गोविंद सिंह जयंती
08 जनवरी
गणेश संकष्ट चतुर्थी
12 जनवरी
विवेकानंद जयंती
13 जनवरी
लोहड़ी (पंजाब/हि.प्र.)
14 जनवरी
मकर संक्रांति
16 जनवरी
षटतिला एकादशी व्रत
20 जनवरी
मौनी अमावस्या
23 जनवरी
नेताजी सुभाष जयंती
24 जनवरी
वसंत पंचमी
26 जनवरी
गणतंत्र दिवस
30 जनवरी
महात्मागांधी पुण्यतिथि
01 फरवरी
विश्वकर्मा जयंती
03 फरवरी
माध पूर्णिमा/रविदास जयंती
14 फरवरी
स्वामी दयानंद जयंती
17 फरवरी
महाशिवरात्रि
19 फरवरी
छत्रपति शिवाजी जयंती
20 फरवरी
रामकृष्ण जयंती
27 फरवरी
बरसाने की होली
28 फरवरी
नंदगांव की होली/राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
06 मार्च
होली
08 मार्च
विश्व महिला दिवस
11 मार्च
रंग पंचमी
21 मार्च
गुडी पडवा/वासंतिक वरात्र आरंभ
28 मार्च
श्रीराम नवमी/नवरात्र समाप्त
02 अप्रैल
महावीर जयंती
03 अप्रैल
गुड फ्राइडे
04 अप्रैल
हनुमान जयंती
05 अप्रैल
ईस्टर संडे
14 अप्रैल
डॉ. अंबेडकर जयंती/बैशाखी
20 अप्रैल
परशुराम जयंती
21 अप्रैल
अक्षय तृतीया
23 अप्रैल
आद्यशंकराचार्य जयंती
01 मई
अंत. श्रमिक दिवस
04 मई
बुद्ध पूर्णिमा
21 मई
गुरु अर्जुनदेव शहीदी दिवस
29 मई
निजर्ला एकादशी
02 जून
वट पूर्णिमा
05 जून
विश्व पर्यावरण दिवस
18 जुलाई
रमजान ईद
23 जुलाई
बालगंगाधर तिलक जयंती
27 जुलाई
देवशयनी आषाढ़ी एकादशी
31 जुलाई
गुरु पूर्णिमा
15 अगस्त
स्वतंत्रता दिवस
19 अगस्त
नाग पंचमी
29 अगस्त
रक्षाबंधन
01 सितंबर
अंगारक गणेश संकष्ट चतुर्थी
05 सितंबर
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी/शिक्षक दिवस
06 सितंबर
नंदोत्सव गोकुलाष्टमी
12 सितंबर
मातृ दिवस
13 सितंबर
कुशोत्पाटिनी अमावस्या
16 सितंबर
हरतालिका तीज
18 सितंबर
ऋषि पंचमी
24 सितंबर
बकरीद
25 सितंबर
वामन जयंती
27 सितंबर
अनंत चतुर्दशी
28 सितंबर
महालय (पितृ पक्ष) आरंभ
02 अक्तूबर
गांधी जयंती/लाल बहादुर शास्त्री जयंती
12 अक्तूबर
अमावस्या, पितृ विसजर्न
13 अक्तूबर
शारदीय नवरात्र आरंभ
20 अक्तूबर
दुर्गापूजा प्रारंभ (बंगाल)
22 अक्तूबर
विजयादशमी
24 अक्तूबर
मुहर्रम (ताजिया)
26 अक्तूबर
कोजागरी पूर्णिमा
27 अक्तूबर
वाल्मीकि जयंती
30 अक्तूबर
करवा चौथ
31 अक्तूबर
सरदार पटेल जयंती
03 नवंबर
अहोई अष्टमी
09 नवंबर
धन त्रयोदशी
10 नवंबर
नरक चतुर्दशी
11 नवंबर
दीपावली
12 नवंबर
गोवर्धन पूजा
13 नवंबर
भाई दूज
14 नवंबर
पंडित नेहरू जयंती
17 नवंबर
छठ पूजा
22 नवंबर
देवप्रबोधिनी एकादशी
25 नवंबर
गुरु नानक जयंती
12 दिसंबर
देव दीपावली
21 दिसंबर
गीता जयंती
12 दिसंबर
क्रिसमस दिवस

'वेलकम टू कराची' देखने से पहले रिव्यू तो पढ़ लीजिए

किसी फिल्म में यह डायलॉग शायद आपने भी सुना हो। ...अच्छा हुआ बेटा, आज तेरी मां जिंदा नहीं। वरना ये सब देखते ही फिर मर जाती। इस फिल्म में जैकी भगनानी वाला रोल पहले इरफान खान करने वाले थे,  लेकिन ऐन वक्त पर उन्होंने  मना कर दिया था। जैकी ने इस रोल का वो हश्र किया है कि इरफान अगर यह फिल्म देखें तो शायद वही हो जो...  संयोग देखिए, ये डायलॉग भगनानी द्वारा प्रोड्यूस 1997 में आई फिल्म 'हीरो नं 1' में भी है। खैर, सवा-डेढ़ महीने पहले जारी फिल्म के ट्रेलर से कहानी का मोटा-मोटा अंदाजा पहले ही लग गया था।

नेवी से कोर्ट मार्शल कर निकाले गये शम्मी ठाकुर (अरशद वारसी) को हैरत इस बात की है कि आखिर उसने एक पनडुब्बी ही तो डुबाई है। और पनडुब्बी तो खुद पानी में डूबी ही रहती है। उसका एक गुजराती दोस्त है केदार (जैकी भगनानी), जो अपने पप्पा मितेश पटेल (दिलीप ताहिल) की बातों को सुनता कम, समझता ज्यादा है। केदार को अमेरिका जाना है और जब वो इस काम के लिए शम्मी की मदद लेता है तो दोनों अमेरिका की जगह सीधे पहुंच जाते हैं कराची, पाकिस्तान। एक बम धमाके के साथ कराची में लैंड करने वाले शम्मी-केदार के यहां पहुंचने के मामले की पड़ताल एक एजेंट जमीला (लॉरेन गॉटलिब) को सौंपी जाती है, जिसे चकमा दे कर ये भाग जाते हैं और हत्थे चढ़ जाते हैं तालिबान के। रातो-रात इन दोनों को किसी आतंकवादी कैंप में पहुंचा दिया जाता है, जहां हास्यास्पद परिस्थितियों में दोनों को आतंकी बनने की ट्रेनिंग दिलाई जाती है।

वहां से भी किसी तरह से ये बच निकलते हैं, लेकिन फिर अमेरिकी सेना की गिरफ्त में आ जाते हैं। और इसके बाद कहानी इतने बल खाती है, इतने बल खाती है कि नागिन की चाल फेल। बानगी देखिए, पाकिस्तान के मौकापरस्त नेता इन दोनों को नेशनल हीरो बना देते है। तो क्या शम्मी-केदार भारत वापस आ पाते हैं? इस बात का जवाब निर्देशक के पास भी नहीं है। इस साल 'बदलापुर', 'दम लगा के हईशा', 'एनएच 10', 'पीकू' और पिछले हफ्ते रिलीज हुई फिल्म 'तनु वेड्स मनु रिटर्न्स' जैसी फिल्में देख कर लगा कि हमारे यहां अच्छी कहानियों पर उसी शिद्दत से फिल्म बनाने वालों की कोई कमी नहीं है, लेकिन 'वेलकम 2 कराची' दर्शाती है कि हम किसी भी हाल में हॉलीवुड फिल्मों की नकल करना नहीं छोड़ेंगे। वर्ष 2004 में आई डैनी लिनर की फिल्म 'हेरॉल्ड एंड कुमार गो टू ह्वाइट कैसल' को आप देखेंगे तो इस बात का आसानी से अंदाजा लगा सकेंगे कि शम्मी-केदार जैसे किरदार किस 'ओरिजिनेलिटी' के साथ गढ़े गए हैं। दो बेरोजगार युवक, घर-समाज से ठुकराए हुए, तिरस्कृत, भारत-पाकिस्तान, गलती से मिस्टेक हो जाना, बार-बार होना, वन लाइनर जोक्स वो भी रेडियो जॉकी स्टाइल में, आइटम नंबर, फनी से दिखने वाले खुफिया एजेंट, हंसोड़ नेता और न जाने क्या क्या...

हां, फिल्म में कुछ पल हैं ऐसे, जिन पर हंसी आती है, लेकिन ये वही सीन्स हैं, जो आप ट्रेलर में देख चुके हैं। और इस बेचारी लॉरेन गॉटलिब को डांस ही कर लेने देते तो बेहतर था। मतलब, एजेंट ही बना दिया। फिर भी अगर आप दिलीप ताहिल को एक गुजराती पिता के रोल में सफेद बालों के साथ, लाल रंग के बड़े-बड़े फूलों वाली प्रिंटेड शर्ट में हास्यास्पद गुजराती बोलते देखना चाहते हैं तो वेलकम 2 दिस जोक लैंड...।

कलाकार:  अरशद वारसी, जैकी भगनानी, लॉरेन गॉटलिब, दिलीप ताहिल, इमरान हस्नी, अदनान शाह, अय्यूब खोसो निर्देशन-पटकथा: आशीष आर. मोहन
निर्माता:  वाशु भगनानी
संवाद: व्रिजेश हिरजी
संगीत: जीत गांगुली, रोचक कोहली, अमजद नदीम 
गीत:  कौसर मुनीर, रोचक कोहली, समीर

सावधान: दिल्ली की गर्मी मेट्रो शहरों में सबसे खतरनाक

देश के पांच मेट्रो शहरों में दिल्ली की गर्मी सबसे खतरनाक है। आईआईटी दिल्ली के सेंटर फॉर एटमॉस्फिरिक साइंस (सीएएस) ने चार साल तक दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई और हैदराबाद के मौसम का अध्ययन करने के बाद यह निष्कर्ष निकाला। 'कंफर्ट इंडेक्स' में हैदराबाद का मौसम अपेक्षाकृत ठीक बताया गया।
शहर असहज  खतरनाक
दिल्ली 21.7 12.9
मुंबई 27 1.2
चेन्नई 31.3 7.6
कोलकाता  13.7 19.5
हैदराबाद  18.6 2.2
नोट: असहज और खतरनाक स्तर की गर्मी के आंकड़े फीसदी में। ये आंकड़े दर्शा रहे हैं कि किस शहर में कितने समय तक कैसी गर्मी रही।
हवा की गुणवत्ता बिगड़ी
गुरुवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 410 था जो शुक्रवार को यह 314 दर्ज किया गया
49 डिग्री तक पहुंच चुका तापमान
तापमान में बदलाव क्यों
1. कंकरीट का अधिक इस्तेमाल
2. घनी आबादी के इलाके बढ़ना
3. अधिक संख्या में इंडस्ट्री होना
4. थर्मल प्लांट का उपयोग होना
5. फ्लाईओवर पर पारा घटना
ये हैं बड़े खतरे
दमा के रोगियों को इस मौसम में सबसे ज्यादा खतरा। अधिक तापमान में बेहोशी, दौरा और कोमा तक की आशंका
जानलेवा गर्मी
2003 में भारत में लू से सबसे ज्यादा 1,900 मौतें हुई थीं। 2015 में 1,800 से ज्यादा लोग मर चुके हैं

धर्मेंद्र को मिली अस्पताल से छुट्टी, जल्द हो सकती है सर्जरी

कमजोरी और कंधे में दर्द की शिकायत के कारण अस्पताल में भर्ती कराए गए वरिष्ठ अभिनेता धर्मेंद्र को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई लेकिन उनकी बाद में सर्जरी हो सकती है। धर्मेंद्र को 27 मई को ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
   
हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर संजय देसाई ने बताया कि वह यहां संपूर्ण स्वास्थ्य जांच के लिए आए थे। हमने सभी जरूरी जांच की और सब ठीक पाया गया। वह ठीक हैं और घबराने की कोई बात नहीं। उन्हें आज अपराहन अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
   
उन्होंने कहा हो सकता है कि उनकी बाद में सर्जरी करनी पड़े। अभी वह इस बारे में कुछ भी स्पष्ट नहीं बता सकते। इसके लिए उन्हें धर्मेंद्र से बात करनी होगी। धर्मेंद्र की पत्नी अभिनेत्री और सांसद हेमामालिनी ने इससे पहले ट्वीट किया करके उनके स्वास्थ्य की जानकारी दी थी।
   
उन्होंने ट्वीट में लिखा था, धर्मेंद्रजी के बारे में ताजा सूचना। उनके रक्त की जांच (ब्लड काउंट) के लिए उन्हें ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया क्योंकि वह सारा वक्त थकान महसूस करते थे और उनके कंधे में भी दर्द है।
   
हेमा ने कहा कि वर्तमान में धर्मेंद्रजी को निरीक्षण में रखा गया है। वह उनके प्रशसंकों से अनुरोध करती हैं कि उनके जल्दी ठीक होने के लिए प्रार्थना करें। हेमा ने कहा कि उनके खून में हीमोग्लोबीन का स्तर थोड़ा कम है इसलिए वह रक्त की कमी से पीड़ित हैं। अभी उन्हें निरीक्षण में रखा गया है बाद में हो सकता है उनके कंधे की सर्जरी हो। दुआ करें कि वह जल्दी ठीक हों।
   
धर्मेंद्र को भारतीय फिल्मों के ही-मैन के तौर पर जाना जाता है। वर्ष 2012 में उन्हें पदम भूषण से सम्मानित किया गया था।

अच्छे बच्चे अंगूठा नहीं चूसते!

बच्चे तो अंगूठा चूसते ही हैं। पर, छुटपन में प्यारी लगने वाली यह आदत बाद में आपके लिए परेशानी का सबब बन सकती है। कैसे छुड़ाएं बच्चे की यह आदत, बता रही हैं पूनम महाजन
अंगूठा चूसने की आदत हर बच्चे में प्राकृतिक रूप से आती है। कभी यह बच्चे की भूख का संकेत होती है तो कभी बच्चा ऐसा करने में आराम महसूस करता है। अंगूठा चूसने से एंडोफिन्स नाम के द्रव्य का निर्माण होता है, जिससे शिशु का दिमाग शांत हो जाता है और उसे जल्द नींद आ जाती है। लेकिन माता-पिता की चिंता भी जायज है, क्योंकि अंगूठा चूसने के कारण ऊपरी दांत की हड्डी बाहर की ओर आ जाती है। जुबान को बार-बार बाहर धकेलने की वजह से बच्चे के दांत भी टेढ़े हो जाते हैं। वहीं जब दूध के दांत सही समय पर नहीं गिरते या समय से पहले गिर जाते हैं या जबड़े में कोई समस्या होती है तब भी बच्चा अंगूठा चूसता है। कई बार लगातार अंगूठा चूसते रहने की वजह से नाखून की गंदगी पेट में चली जाती है और शिशु बीमार भी हो सकता है।
बच्चे क्यों चूसते हैं अंगूठा?
जब बच्चे को भूख लगती है तो वह अपने हाथ-पैर हिलाता है, इसी दौरान अंगूठा उसके मुंह में चला जाता है, जिसे वह स्तन या निप्पल समझकर चूसना शुरू कर देता है। यह इस बात का संकेत भी है कि उसका पेट नहीं भरा है। छह माह तक के बच्चे भूख लगने पर अंगूठा चूसते हैं। पर अगर वह पेट भरने के बाद भी अंगूठा मुंह में डाल लेता है तो इस आदत को छुड़ाना जरूरी है। सामान्यत: जो बच्चे स्तनपान करते हैं उनके लिए 20 मिनट की फीडिंग पर्याप्त होती है। पर, इसके बाद अगर वो अंगूठा चूसते हैं तो उन्हें कुछ समय के लिए स्तनपान कराएं। इससे उनकी कुछ चूसने की इच्छा पूरी हो जायेगी और वो अंगूठा नहीं चूसेंगे।
अक्सर देखा जाता है कि जो बच्चे बोतल से दूध पीते हैं, थोड़ा सा बड़ा होने पर जब उनकी बोतल जो 20 मिनट में खत्म होती थी वह 10 मिनट में खत्म होने लगती है। ऐसा होने पर भी वो अंगूठा चूसने लगते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि जब बच्चा बड़ा होता है तो ताकतवर हो जाता है और निप्पल कमजोर हो जाता है। ऐसे में जब बच्चे को दूध पिलाएं तो बोतल को पकड़कर उसकी दूध पीने की गति को नियंत्रित करें या फिर बिल्कुल छोटे छेद वाला निप्पल दें। उस निप्पल से पीने में बच्चे को ज्यादा ताकत लगानी होगी, इसलिए वह समय लेकर आराम से दूध पिएगा और अंगूठा नहीं चूसेगा।
जिन बच्चों के दांत निकल रहे होते हैं, उनमें भी अंगूठा चूसने की आदत होती है। ऐसा करने से उन्हें जबड़े का दबाव झेलने में मदद मिलती है। इस दौरान अंगूठा चूसने की आदत को गलत आदत समझकर परेशान नहीं होना चाहिए। वहीं बड़े बच्चे भरपूर प्यार न मिलने, असुरक्षित या उपेक्षित महसूस करने, नींद ना आने व तनाव की स्थिति में अंगूठा चूसते हैं। ऐसे बच्चों को प्यार व विश्वास की जरूरत होती है।
ऐसे छुड़ाएं यह आदत
1. इस आदत को जड़ से खत्म करने के लिए बच्चे के दूध पीने के अंतराल को कम करने के साथ ही उसे व्यस्त रखें और भरपूर प्यार दें। आप जितनी जल्दी यह आदत छुड़वा देंगी उतना बेहतर होगा, वरना बाद में इसी काम में आपको काफी परेशानी होगी।
2. जब बच्चा अंगूठा चूसे तो उसे सचेत न करें, बल्कि उसका ध्यान अंगूठे की ओर से हटा कर खिलौने, डांस या गाने की ओर ले जाएं।
3. अंगूठा चूसने वाले बच्चे को बार-बार डांटे नहीं, क्योंकि ऐसा करने से वह तनाव दूर करने के लिए और ज्यादा अंगूठा चूसेगा़ इसलिए उसे प्यार से ही समझाएं।
4. जब बच्चा थोड़ा समझने लगे तो उसे अंगूठा न चूसने के बदले में चॉकलेट या कोई गेम दें।
5. अगर आप अंगूठे पर मिर्ची लगाएंगी या कोई अन्य तरीका अपनाएंगी तो बच्चा विरोध में उस आदत को और ज्यादा दोहराएगा। इसलिए बच्चे को प्यार से, बातों-बातों में या खेल-खेल में यह आदत छोड़ने के लिए उकसाएं।
6. बड़े बच्चे तनाव व उपेक्षित महसूस करने पर अंगूठा चूसते हैं। उनको खुश रखने की कोशिश करें। वह जब भी अकेला महसूस करे, तो उसे उसकी पसंद का कोई कार्य करने को दें और जब वह उस कार्य में सफल हो जाए, तब उसे शाबाशी दें। इससे वह गर्व महसूस करेगा और अंगूठा चूसना बंद कर देगा।
7. कभी भी दूसरों के सामने बच्चे की इस आदत की बुराई न करें। इससे उसका आत्मविश्वास और घटेगा।

देश में बने कागज पर छपेंगे नोट

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को मध्य प्रदेश के होशंगाबाद में नोट छपाई के लिए घरेलू कागज उत्पादन के नए संयंत्र का उद्घाटन किया। उन्होंने इसे मेक इन इंडिया कार्यक्रम की शुरुआत का प्रतीक बताया।
जेटली ने कहा कि इस संयंत्र की शुरुआत होने से उच्च मूल्य वर्ग के नोट भी देश में निर्मित कागज पर छापे जा सकेंगे। अभी ऐसे नोट विदेश से आयातित कागज पर छापे जाते हैं। हालांकि, इसमें जिस स्याही का उपयोग होता है, वो देश में ही बनाई जाती है। भारत प्रतिभूति कागज मिल (एसपीएम) की इस इकाई की सालाना कागज उत्पादन क्षमता 6,000 टन होगी। वित्त मंत्री ने इस बात पर खुशी जाहिर की कि सरकार के प्रमुख कार्यक्रम मेक इन इंडिया की शुरुआत मध्य प्रदेश से हो रही है।

होशंगाबाद को क्यों चुना

होशंगाबाद को कई दशक पहले मोरारजी देसाई ने नोट छपाई के लिए कागज उत्पादन केंद्र के तौर पर चुना था जो तत्कालीन वित्त मंत्री थे और बाद में प्रधानमंत्री बने। हालांकि यहां से कम मूल्य वाले मुद्रा नोट के लिए कागज का उत्पादन होता रहा है।
जाली नोट पर लगेगी रोक
होशंगाबाद और मैसूर नए संयंत्रों के विकास से करेंसी मुद्रण के लिए पर्याप्त मात्रा में कागज का उत्पादन संभव है। मैसूर की मुद्रा नोट कागज इकाई की क्षमता 12,000 टन होगी। उम्मीद है कि साल के अंत तक यह चालू हो जाएगी। दोनों संयंत्रों से करीब 1,500 करोड़ रुपये विदेशी मुद्रा की बचत होगी। साथ ही इससे विदेश से आयात होने वाले कागज का नकली मुद्रा छापने के लिए अन्यत्र पहुंचने की संभावना भी कम होगी।

मोदी ही करते हैं अंतिम फैसला: जेटली
वित्त अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास सारी शक्तियां केंद्रित होने की आलोचनाओं को खारिज किया है। उन्होंने शनिवार को कहा कि मोदी स्वयं सारी बातों को समझकर एवं अनुभव लेकर काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं। वह सबकी सुनते हैं लेकिन अंतिम फैसला वही करते हैं।
जेटली ने एक टीवी कार्यक्रम में कहा कि उनकी स्थिति दस साल के यूपीए शासन के ठीक उलट है जिसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के पास कोई वास्तविक शक्ति नहीं थी। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रधानमंत्री ही अंतिम फैसला करता है। मैं इस बात से इंकार नहीं कर सकता कि मोदी एक मजबूत नेता हैं लेकिन वह स्वयं सारी बातों को समझकर एवं अनुभव लेकर काम करने वाले प्रधानमंत्री हैं जो सबकी बात सुनते हैं। उन्होंने कहा कि जैसा कि लोकतंत्र में उम्मीद की जाती है पीएम के शब्द अंतिम होते हैं। इसमें कुछ गलत भी नहीं है। वाजपेयी सरकार में भी सबसे विचार विमर्श किया जाता था लेकिन प्रधानमंत्री के शब्द ही अंतिम होते थे।

1 जून से रेलवे के एसी किराये में 0.5 फीसदी की वृद्धि

भारतीय रेलवे यात्री ट्रेनों में एक जून से प्रथम श्रेणी और एसी श्रेणी के किरायों में 0.5 फीसदी की वृद्धि करने वाला है. इसके अतिरिक्त मालभाड़े में भी 0.5 फीसदी की वृद्धि की जानी है. नए सेवा कर के प्रभाव में आने के कारण यह वृद्धि की जा रही है.
रेलवे मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, ‘इस समय एसी श्रेणी, प्रथम श्रेणी के किराये और मालभाड़े में 3.708 प्रतिशत सेवा कर लगाया जाता है. जून से यह 4.2 फीसदी हो जाएगा, जिसका मतलब है कि वृद्धि केवल 0.5 फीसदी है.’
उन्होंने बताया कि यदि एसी किराया एक हजार रूपये है तो यात्री से दस रूपये और लिए जाएंगे . सेवा कर में वृद्धि एक जून और उसके बाद खरीदे जाने वाले टिकटों पर लागू होगी.
यात्री भाड़े में वृद्धि केवल एसी और प्रथम श्रेणी में लागू होनी है जबकि सेवा कर रेलवे द्वारा की जाने वाली सभी तरह की माल ढुलाई पर लागू होगी. अधिकारी ने कहा कि यह वृद्धि मामूली है और यह आम बजट के प्रस्तावों के अनुसार किया जा रहा है.

गूगल ने लॉन्च किया नया और स्मार्ट पासवर्ड मैनेजर

अलग-अलग अकाउंट्स के लिए अलग-अलग और ट्रिकी पासवर्ड को याद रखना सच में टेढ़ी खीर है। हालांकि अब गूगल ने इसे आसान बना दिया है। गूगल ने स्मार्ट लॉक फॉर पासवर्ड नाम से ऐंड्रॉयड और क्रोम के लिए एक पासवर्ड मैनेजर लॉन्च किया है जो आपके पासवर्ड्स को याद कर लेगा और आपको हर बार अपने क्रिडेंशल्स सब्मिट करने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी। गूगल I/O कीनोट सेशन के दौरान इस फीचर को शोकेस नहीं किया गया था लेकिन गूगल आइडेंटिटी प्लैटफॉर्म के तहत यह गूगल के डिवेलपर पेज पर लिस्टेड था।

हालांकि गूगल ने इसके फीचर्स को पूरी तरह से पब्लिक नहीं किया है लेकिन गूगल का कहना है कि इस पासवर्ड मैनेजर की मदद से ऐंड्रॉयड ऐप और क्रोम पर किसी भी डिवाइस पर साइन-इन और साइन-अप किया जा सकता है।


स्मार्ट लॉक पर एक बार पासवर्ड सेव करने के बाद आपको किसी भी डिवाइस पर क्रोम और ऐंड्रॉयड के लिए लॉग-इन क्रिडेंशल्स भरने की ज़रूरत नहीं होगी। लेकिन हां, शर्त यह है कि आप उसी गूगल अकाउंट का इस्तेमाल करें, जिसके जरिए आपने पासवर्ड स्मार्ट लॉक पर सेव किया था।

गूगल का मानना है कि स्मार्ट लॉक कन्जयूमर्स की लाइफ को सच में स्मार्ट बना देगा और पासवर्ड भूल जाने की समस्या को काफी हद तक कम कर देगा।

अच्छी बात यह है कि स्मार्ट लॉक गूगल प्ले सर्विसेज़ 7.5 का हिस्सा है, जिसका मतलब है कि यूजर्स को इसके लिए ऐंड्रॉयड M के रिलीज होने तक का इंतज़ार नहीं करना पड़ेगा।

हिन्दुस्तान अजहर का शतक, पाकिस्तान ने जीती वनडे सीरीज

कप्तान अजहर अली (102) के शानदार शतक और हारिस सोहेल (नाबाद 52) के बेहतरीन अर्धशतक की बदौलत पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे को दूसरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में शुक्रवार को 16 गेंदें शेष रहते छह विकेट से पीट दिया और तीन मैचों की क्रिकेट सीरीज 2-0 से जीत ली।
   
269 के लक्ष्य का पीछा करने उतरी पाकिस्तानी टीम ने 47.2 ओवर में ही चार विकेट पर 269 रन बना लिये और मैच जीत लिया। ओपनर अजहर ने बेहतरीन बल्लेबाजी करते हुये 104 गेंदों में आठ चौकों की मदद से 102 रन बनाये जबकि अविजित रहे हारिस सोहेल ने 49 गेंदों में छह चौकों की मदद से शानदार अर्धशतक जड़ा और नाबाद 52 रनों का योगदान दिया।
   
जिम्बाब्वे के गेंदबाजों ने मात्र 68 के स्कोर पर दो विकेट लेने के बाद पाकिस्तान पर दबाव बना दिया था लेकिन अजहर ने असद शफीक के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिये 85 और हारिस सोहेल के साथ 53 रनों की साझेदारी निभाकर कप्तानी पारी खेली और टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी। वह 41वें ओवर की पहली गेंद पर तवांदा मुपारिवा का शिकार बने और सीन विलियम्स को अपना कैच थमा बैठे। लेकिन इसके बाद सोहेल और शोएब मलिक(नाबाद 36) ने 60 रनों की नाबाद साझेदारी निभाकर टीम को जीत दिलायी।
  
ग्रेम क्रेमर ने 10 ओवर में 52 रन देकर टीम की ओर से सर्वाधिक दो विकेट झटके जबकि मुपारिवा और चामू चिभाभा को एक एक विकेट हाथ लगा।
   
इससे पहले सिकंदर रजा (नाबाद 100) और चामू चिभाभा (99) की शानदार पारियों के दम पर जिम्बाब्वे ने सात विकेट पर 268 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया लेकिन अजहर के शतक के कारण वह पाकिस्तान को जीतने से नहीं रोक पाया।
  
गद्दाफी स्टेडियम में जिम्बाब्वे की पारी को इन दोनों बल्लेबाजों ने संभाले रखा। चिभाभा मात्र एक रन से अपने शतक से चूक गये। उन्होंने 100 गेंदों पर 99 रन में 11 चौके और एक छक्का लगाया। सिकंदर रजा ने मात्र 84 गेंदों पर आठ चौके और तीन छक्के उड़ाते हुए नाबाद 100 रन ठोके।
   
पाकिस्तान की तरफ से वहाब रियाज ने 55 रन पर दो विकेट और यासिर शाह ने 40 रन पर दो विकेट लिये।

सरकार का बड़ा फैसला, 29 शहरों के केन्द्रीय कर्मचारियों का एचआए, टीए बढ़ाया

मोदी कैबिनेट ने शनिवार को अपने एक बड़े फैसले में 29 शहरों के केन्द्रीय कर्मचारियों के एचआए और ट्रैवल एकाउंस में बढ़ोतरी की है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में यह बड़ा फैसला लिया गया। 29 शहरों और कस्बों की श्रेणी के उन्नयन को आज मंजूरी दे दी। इससे इन शहरों के केन्द्रीय कर्मचारियों को अधिक आवास एवं परिवहन भत्ता मिल सकेगा।

सरकार ने यह कदम 2011 की जनगणना के आधार पर उठाया है। यह फैसला एक अप्रैल 2014 से प्रभावी होगा। इससे 2014-15 के लिए सरकारी खजाने पर 128 करोड़ रुपए का बोझ पड़ेगा।
संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मंत्रिमंडल ने केंद्र सरकार के कर्मचरियों को आवास किराया भत्ता (एचआरए) और परिवहन भत्ता प्रदान करने के लिए 2011 की जनगणना के आधार पर कुछ शहरों-कस्बों के पुनवर्गीकरण-उन्नयन को मंजूरी दी है। आधिकारिक बयान में कहा गया कि जनगणना के आधार पर दो शहरों-पुणे और अहमदाबाद-की श्रेणी वाई से बढ़ाकर एक्स और 21 शहरों की श्रेणी जेड से बढ़ाकर वाई कर दी गई है।
21 शहर जिनमें बढ़ाया भत्ता
नेल्लोर, गुड़गांव, बोकारो स्टील सिटी, गुलबर्ग, त्रिसूर, मलप्पुरम, कन्नूर, कोल्लम, उज्जैन, वसई-विरार सिटी, मालेगांव, नांदेड़-वाघला, सांगली, राउरकेला, अजमेर, इरोड़ा, नोएडा, फीरोजाबाद, क्षांसी, सिलिगुड़ी और दुर्गापुर शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि इनके अलावा परिवहन भत्ते के लिए छह शहरों-पटना, कोच्चि, इंदौर, कोयंबतूर एवं गाजियाबाद- की श्रेणी का अन्य स्थान से उन्नयन कर विशिष्ट उच्च श्रेणी कर दिया गया है। अब तक इन शहरों और कस्बों में केंद्र सरकार के अधिकारियों को एचआरए और परिवहन भत्ता देने के लिये 2001 की जनगणना के आंकड़ों को इस्तेमाल किया जाता रहा है।

कांग्रेस को बड़ा झटका, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री गिरधर गमांग ने पार्टी छोड़ी

ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता गिरधर गमांग ने शनिवार को अपने अपमान का वास्ता देते हुए कांग्रेस से अपना हाथ छोड़ दिया है।
एक समय में इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और पी.वी. नरसिम्हा राव सरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे गिरधर गमांग ने कहा कि मैंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। ओडिशा की कोरापुट सीट से 1972 से लगातार आठ और 2004 में उसी सीट से नौंवी बार सांसद बने गमांग ने आरोप लगाया कि जिस पार्टी की उन्होंने 43 साल सेवा की उसी पार्टी ने उनका अपमान किया।
एक वोट से केन्द्र की वाजपेयी सरकार को गिराने वाले गिरधर गमांग ने कहा कि पार्टी कभी भी मेरे बचाव में खड़ी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि उन्होंने अभी किसी भी पार्टी में शामिल होने के बारे में निर्णय नहीं किया है।

मोदी सरकार नहीं झुकी, तीसरी बार फिर लाएगी भूमि अध्यादेश, मंत्रिमंडल की सिफारिश

केंद्र सरकार ने विपक्ष के दबाव को दरकिनार करते हुए भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को फिर से लागू किये जाने की सिफारिश की है। यह फैसला आज केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक बैठक में लिया गया है, इसके साथ ही भूमि अध्यादेश तीसरी बार लागू किए जाने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।

भूमि अध्यादेश पहली बार पिछले वर्ष दिसंबर को लागू किया गया था ताकि साल 2013 के भूमि कानून में संशोधन किया जा सके। इस अध्यादेश के बदले संबंधित विधेयक लोकसभा में पारित होने के बावजूद सरकार संख्याबल की कमी के कारण उसे राज्यसभा में नहीं ला सकी।

यह अध्यादेश इस साल मार्च में दोबारा लागू किया गया था और चार जून को इसकी समयसीमा समाप्त हो जायेगी। केंद्रीय मंत्रिमंडल की इस सिफारिश को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पास मंजूरी के लिए भेजा जायेगा।

सूट-बूट वाली सरकार सूटकेस सरकार से बेहतरः मोदी

नई दिल्ली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार के एक साल पूरा होने के मौके पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 'सूट-बूट वाली सरकार' के जुमले पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सूट-बूट वाली सरकार सूटकेस सरकार से बेहतर होती है।

न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा, 'सूट-बूट निश्चित तौर पर सूटकेस से अधिक स्वीकार्य है। 60 सालों तक शासन करने के बाद कांग्रेस को अचानक गरीबों का स्मरण हो आया। कांग्रेस की अदूरदर्शी नीति के कारण इस देश के लोगों को काफी सहना पड़ा और वे गरीब बने रहे।' कांग्रेस पर तीखा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा, 'क्या कोयला और स्पेक्ट्रम घोटाले या राष्ट्रमंडल विफलता से गरीबों को कोई लाभ हुआ? सभी लोगों को पता है कि इसके लाभार्थी कौन थे... कुछ चुने हुए उद्योगपति और ठेकेदार।'

यह पूछे जाने पर कि एक साल पूरा होने पर वह अपनी सरकार को 10 में से कितने नंबर देते हैं। उनका जवाब था, 'यह इस देश के लोगों का अधिकार है कि वह हमें किस तरह से आंकते हैं। मैं केवल इतना कह सकता हूं कि हमने एक ठोस बुनियाद रखी है।'

अच्छे दिनों के वादे के साथ सरकार में आई मोदी सरकार पहले साल के बाद कितने वादे पूरे कर पाई है, इसके जवाब में मोदी कहते हैं, 'इस साल की सबसे अच्छी बात यह रही है कि हम इस वादे को पूरा करने में कामयाब रहे हैं कि हमारा इरादा साफ है और हमारा काम लंबे अर्से के लिए देशहित में है। साल भर पहले सरकार के अलग-अलग स्तरों पर भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे थे और अभी की स्थिति इससे अलग है। हमने एक साफ सुथरी और प्रभावशाली सरकार दी है।'

उन्होंने कहा, 'क्या बुरे दिनों की विदाई देश के लिए अच्छे दिन नहीं है?' सरकार के रवैये के सवाल पर मोदी का कहना था, 'हम ब्लैक मनी और कर चोरी से कड़ाई से निपटना चाहते हैं। G-20 की बैठक में हमने इस मुद्दे को उठाया। कैबिनेट की पहली ही बैठक में SIT के गठन का फैसला किया। इस मसले पर हम संसद में कानून ले कर आए जो बेहद सख्त है।'

राजनीतिक रूप से संवेदनशील भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर मोदी ने कहा, 'विपक्ष का विरोध दुर्भाग्यपूर्ण है। भूमि अधिग्रहण का सरकार की भागीदारी वाली विकास गतिविधियों में जरूरी है, खासकर पिछड़े क्षेत्रों में। हम इस मसले पर विपक्षी पार्टियों के साथ बातचीत करने को तैयार हैं।'

केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा भूमि अधिग्रहण अध्यादेश को तीसरी बार लागू करने के निर्णय के बीच मोदी ने एक दूसरे इंटरव्यू में कहा कि यह विधेयक मेरे लिए जीवन या मरण का विषय नहीं है। 'द ट्रिब्यून' अखबार को दिए इंटरव्यू में प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह मेरे लिए जीवन या मरण का विषय नहीं है और न ही यह मेरी पार्टी या सरकार का एजेंडा था। मैं इस बारे में कोई भी सुझाव स्वीकार करने को तैयार हूं।'

Wednesday 27 May 2015

लाइफस्टाइल डेस्कः अक्सर घर के बाग-बगीचों में लोग कई सारे पौधे घर की शोभा बढ़ाने के लिए लगाते हैं। उनमें से कई सारे पौधे और उनकी पत्तियों का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए भी करते हैं। लेकिन इस बात से बिल्कुल अंजान होते हैं कि इन छोटे-छोटे, किचन गार्डन की शोभा बढ़ाने वाले पौधे में, सेहत के कई सारे फायदे छिपे होते हैं। इनकी पत्तियों से लेकर जड़ों तक का इस्तेमाल कई प्रकार की बीमारियों के इलाज के लिया किया जाता है। तो जानते हैं कुछ ऐसी ही पत्तियों के फायदों के बारे में, ताकि खाने के स्वाद के साथ आपको गुड हेल्थ का भी तोहफा मिले।
तुलसी का पत्ता
ज्यादातर घरों में तुलसी के पत्ते को पूजा-पाठ के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसकी सबसे अच्छी बात होती है कि इसके पत्ते को सूखने के बाद भी उपयोग में लाया जा सकता है। स्वाद के साथ-साथ इसकी खुशबू भी कई प्रकार के रोगों के उपचार में कारगर है। पुराने समय से लेकर आजतक इसके इस्तेमाल की खास वजह भी इसके औषधीय गुण ही हैं। तुलसी के पत्तों को कच्चा चबाने के साथ ही इसे जूस में भी मिलाया जाता है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-कैंसर तत्व तनाव को भी दूर रखते हैं और पाचन क्रिया भी सही रखते हैं।
ऑरेगैनो (सूखे अजवायन की पत्ती)
अजवायन हो या सूखे अजवायन के पत्ते दोनों ही सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इसका कारण है इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स की भरपूर मात्रा, जो किसी भी और हर्ब के मुकाबले इसमें सबसे ज्यादा मात्रा में पाई जाती है। इतना ही नहीं, मछ्ली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड्स भी अजवाइन में होता है। मैंगनीज, आयरन और विटामिन के की मात्रा सांस संबंधी, पेट के गैस जैसी कई प्रकार की समस्याओं को दूर रखता है। अजवायन या इसकी पत्तियों का इस्तेमाल सर्दी, जुकाम, बदन दर्द से राहत पाने के लिए भी किया जाता है।

ओबामा को केन्या से ऑफर: 50 गाय ले लो, बदले में बेटी से शादी करा दो

वाशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के सामने केन्या से अजीब पेशकश आई है। नैरोबी के एक वकील फेलिक्स किपरोनो ने कहा है कि ओबामा अपनी बड़ी बेटी मालिया से उसकी शादी करा दें तो बदले में वह 50 गाय, 70 भेड़ और 30 बकरी देने को तैयार है।
नैरोबी के एक अखबार ने किपरोनो की पेशकश छापी है। खबर में किपरोनो की उम्र तो नहीं बताई, लेकिन यह जरूर बताया है कि लंबे अरसे से वह 16 साल की बेटी मालिया से शादी का सपना देख रहा है। उसने बताया, "मुझे उसके (मालिया) प्रति रुचि 2008 में जागी। आज तक मैंने किसी को डेट नहीं किया है। मैं वादा करता हूं कि उसके प्रति वफादार रहूंगा।" उसका दावा है कि उसकी यह पेशकश सिर्फ खबरिया नहीं है।
केन्याई वकील का इरादा अपने प्रस्ताव को ओबामा के सामने रखने का है। उसने कहा कि उम्मीद है कि जब ओबामा जुलाई में केन्या के अपने पहले आधिकारिक दौरे पर आएंगे तो अपनी बेटी मालिया को भी साथ लाएंगे। गौरतलब है कि ओबामा के पिता केन्याई थे।
ओबामा के पैसे पर नजर नहीं
किपरोनो ने इस बात से इनकार किया कि उसकी नजर ओबामा की संपत्ति पर है। उसने कहा कि लोगों को लग रहा होगा कि उसकी नजर ओबामा के पैसे पर है, लेकिन ऐसा नहीं है। उसका प्यार सच्चा है। वह मालिया के साथ एक जोड़े के रूप में सादा जीवन जीना चाहता है। उसने कहा कि वह मालिया को गाय का दूध निकालना और उगाली पकाना सिखाएगा। इसके साथ ही मुरसिक तैयार करना भी, जैसा दूसरी कालेनजिन महिलाएं करती हैं।

बेटा फोन करता रहा, मां और बहन घर में तीन दिन तक मृत पड़ी रहीं

जयपुर। शिप्रापथ थाना इलाके में एसएफएस कॉलोनी के एक घर में मां-बेटी की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। शव तीन से चार दिन पुराने हैं। दोनों के मुंह में कपड़ा ठूंसा हुआ था। हाथ-पैर रस्सी से बांधे हुए थे।

शव पूरी तरह फूल चुके थे। शवों पर चोट के निशान मिले हैं। मृतक मां का नाम राजरानी है। जिसकी उम्र 80 साल है और मृतक बेटी की उम्र 62 साल है। इसका नाम प्रेम उर्फ पूजा है। परिवार मूलतः धौलपुर का रहने वाला है। मृतक राजरानी की 62 वर्षीय बेटी पति से झगड़े के बाद मां के साथ जयपुर में रह रही थी। पुलिस और एसएफएल टीम ने मौके से कुछ तथ्य जुटाए हैं।
रिश्तेदारों को घर भेजा तो पता चला दोनों मारे जा चुके हैं
राजरानी का बेटा मां को लगातार फोन कर रहा था, लेकिन वे फोन नहीं उठा रहीं थीं। चिंतित बेटे ने जयपुर में रहने वाले रिश्तेदारों को फोन किया और उनके घर भेजा। रिश्तेदारों ने घर जाकर देखा तो पता चला कि मां और उनकी बेटी की मौत हो चुकी हैं। पुलिस को तुरंत सूचना दी गई। पुलिस आई और दोनों की डैड बॉडी को अस्पताल पहुंचाया।

चोरी भी हो सकती है हत्या की वजह

हत्या किसलिए की गई है, इसका खुलासा फिलहाल पुलिस नहीं कर पाई है, लेकिन जिस तरह के सबूत मौके पर देखे गए हैं, उनसे झलक रहा है कि हत्या की वजह चोरी भी हो सकती है। मौके पर पहुंचे बेटे का कहना है कि घर में सामान बिखरा पड़ा था। कंगन और सोने की चूड़ियां नहीं मिलीं। सोने-चांदी के जेवरों की लूट भी इसका कारण हो सकते हैं।
खूब संघर्ष किया लेकिन नहीं बचा पाई
मौके पर जिस तरह की स्थितियां दिखाई दे रही हैं, उससे स्पष्ट है कि मां राजरानी और बेटी पूजा ने हत्या करने वालों से जमकर संघर्ष किया। वहां दोनों को घसीटे जाने जैसे निशान भी दिखाई दे रहे हैं। दोनों ने खुद को बचाने के लिए प्रयास जरूर किए, लेकिन आखिर हत्या करने वालों के आगे उनकी नहीं चली और जान से हाथ धोना पड़ा।

सरकार और गुर्जर आंदोलनकारियों की बातचीत फेल, रेल-सड़क मार्ग खुलवाने के निर्देश

सरकारी नौकरियों में पांच फीसदी आरक्षण को लेकर गुर्जर आंदोलनकारियों के नेताओं और सरकार के बीच जयपुर में चल रही बातचीत विफल हो गई है. बुधवार को इस ओर चौथे दौर की बातचीत के बाद गुर्जर नेताओं ने कहा कि सरकार के पास समझौते के लिए कोई फॉर्मूला नहीं है.
राजस्थान सरकार ने साफ शब्दों में 50 फीसदी के अंदर गुर्जरों के 5 फीसदी आरक्षण की मांग को खारिज कर दिया है. सरकार का कहना है कि ओबीसी कोटे में बंटवारे से राज्य में सामाजिक समरसता बिगरेगी और ओबीसी में शामिल 86 जातियां आंदोलन करने लगेंगी. ऐसे में सरकार आरक्षण के पुराने फॉर्मूले पर ही कायम रहना चाहती है.
हालांकि, सरकार ने अभी कोर्ट में जल्दी सुनवाई करवाने, पैरवी के लिए अटॉर्नी जनरल को बुलाने या फिर इस फासले को संविधान की नौवीं सूची में डालने का विकल्प दिया है, जिससे कि न्यायिक समीक्षा के दायरे से ये फैसला बाहर आ जाए. लेकिन गुर्जर नेताओं का कहना है कि आगे कोई बातचीत नहीं होगी और इस पूरे मामले पर कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला फैसला करेंगे.
रेल और सड़क मार्ग खुलवाने के निर्देश
दूसरी ओर, हाई कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए राजस्थान सरकार ने गुर्जर आंदोलन से प्रभावित जिलों के प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे आंदोलनकारियों को दिल्ली-मुंबई रेलमार्ग , राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य सड़कों से हटाकर सामान्य यातायात बहाल करें.
गृह मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने बताया, 'उच्च न्यायालय के आदेश की अनुपालना में जयपुर और भरतपुर के पुलिस महानिरीक्षकों और भरतपुर, दौसा, करौली और सवाईमाधोपुर के जिलाधिकारियों को रेलवे ट्रेक और राजमार्ग खाली कराने के निर्देश दे दिए गए हैं.' उन्होंने कहा, 'आंदोलनकारियों को राजमार्गों को खाली करने के लिए शांतिपूर्ण तरीके से समझाया जाएगा और मुझे उम्मीद है कि आंदोलनकारी अदालत के आदेशों का आदर करेंगे.'
भरतपुर के जिलाधिकारी रवि जैन ने कहा कि सरकार के निर्देशों की पालना के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं. भरतपुर के पुलिस महानिरीक्षक बीजू जार्ज जोसफ ने कहा कि सरकार के आदेश की अनुपालना बुधवार को ही सुनिश्चित की जाएगी.

इंतजार की घड़ी हुई खत्म, सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट कल

केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं परीक्षा का रिजल्ट गुरुवार की दोपहर 12 बजे जारी होगा। सीबीएसई ने परीक्षार्थियों और स्कूलों की सहूलियत के लिए जल्द से जल्द रिजल्ट देने की व्यवस्था की है। एनआईसी की मदद से इंटरनेट पर स्कूलों के रिजल्ट डाले गए हैं। सीबीएसई बिहार-झारखंड की क्षेत्रीय निदेशक रश्मि त्रिपाठी ने बताया कि स्कूल प्रबंधन स्कूल कोड और ईमेल आईडी से इंटरनेट पर रिजल्ट ले सकते हैं।

रिजल्ट www.results.gov.in, www.cbseresults.nic.in और www.cbse.nic.in पर देख सकते हैं। बता दें कि सीबीएसई 10वीं का रिजल्ट बुधवार को ही जारी होना था, लेकिन तकनीकी कारणों से इसकी तिथि बढ़ा दी गई थी।

कई बार रेप का शिकार हुई हैं पहली ट्रांसजेंडर प्रिंसिपल मानबी, कहा- लंबी लड़ाई लड़ी

कोलकाता. भारत में पहली बार किसी ट्रांसजेंडर को प्रिंसिपल बनाया जा रहा है। 9 जून को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक वुमेन्स कॉलेज में प्रिंसिपिल का चार्ज संभालने जा रहीं मानबी बनर्जी ने इसे लंबी लड़ाई के बाद मिली जीत करार दिया है। उन्‍होंने कुछ समय पहले एक इंटरव्‍यू में बताया था कि कम उम्र में ही कई बार उन्‍हें बलात्‍कार का शिकार होना पड़ा था। मानबी फिलहाल विवेकानंद सतोवार्षिकी महाविद्यालय में बांग्ला की एसोसिएट प्रोफेसर हैं। शायद भारत ही नहीं विश्व में यह पहला मौका होगा जब किसी ट्रांसजेंडर कॉलेज के प्रिंसिपल की जिम्मेदारी दी जा रही है।
मानबी बोलीं- कई बार मेरा रेप हुआ, जान से मारने तक का हुआ प्रयास
मानबी का कहना है, ''यह लंबी लड़ाई के बाद मिली जीत जैसी है। एक वक्त था जब मुझे ट्रांसजेंडर होने के कारण प्रताड़ना सहनी पड़ी। मैंने अपना बचपन नदिया में बिताया है और अब मैं सम्मान के साथ अपने घर लौट रही हूं। मैंने अपने जीवन में बहुत तकलीफ सही। जब मैं स्कूल में थी तो मुझे न केवल मारा पीटा गया बल्कि कई बार मेरा रेप किया गया। कुछ लोगों ने मेरे अपार्टमेंट में आग लगा कर मुझे मार डालने की कोशिश तक की थी।''
सोमनाथ से मानबी बनने की पूरी कहानी
मानबी बनर्जी का पहले नाम सोमनाथ था। उनकी दो बहनें थीं और घर में केवल वह ही लड़के थे। एक इंटरव्यू में मानबी कहा था, '' बचपन में ही मुझे खुद में लड़की होने का एहसास हुआ। लेकिन मेरे पिता यह पसंद नहीं करते थे। मैं पढ़ने के साथ ही डांसिंग क्लास जाना पसंद करती थी। मेरे पिता हमेशा मुझे ताना मारा करते थे। हालांकि, मेरी बहनें हमेशा मेरे साथ रहती थीं। जैसे-जैसे मैं बड़ी होती गई मुझे लगा कि मुझे लड़कियों के मुकाबले लड़के अच्छे लगते हैं। जब कोई लड़का मुझे छूता था तो मुझे कुछ अलग फीलिंग होती थी, लेकिन मैं अपनी इच्छा किसी से कह नहीं पाती। जब मैं स्कूल में थी तो मैं खुद से साइकियाट्रिस्ट के पास गई, लेकिन मेरे अंदर कोई बदलाव नहीं आया। डॉक्टर मुझे कहते थे कि मैं भूल जाऊं कि मैं लड़की हूं। कुछ डॉक्टरों ने तो यहां तक कह दिया था कि यदि मैंने लड़की होने का एहसास नहीं छोड़ा तो मुझे आत्महत्या तक करनी पड़ेगी। वे मुझे नींद की दवाइंया देते थे, लेकिन मैं उन्हें फेंक देती थी। मेरा जीवन इसी तरह चलता रहा। घर में मैं लड़कियों की तरह रहती थी लेकिन जब घर से बाहर निकलती थी परिवार वालों की डर के चलते मुझे ट्राउजर और शर्ट पहनना पड़ता था। मर्दों के जैसे व्यवहार करना पड़ता था। यह मेरे लिए बहुत पीड़ा का वक्त था, लेकिन मेरे पास कोई विकल्प नहीं था। इन सबके बावजूद मैंने कभी पढ़ाई नहीं छोड़ी। होमो होने के कारण मुझे स्कूल और कॉलेज में ताने मारे जाते थे लेकिन मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता था।
2003 में पांच लाख में कराया ऑपरेशन और बन गई पूरी महिला
मानबी कहती हैं 2003-2004 में मैंने हिम्मत जुटाई और सेक्स चेंज ऑपरेशन का फैसला लिया। इस दौरान मुझे कई ऑपरेशन कराने पड़े। पांच लाख रुपए में मैंने यह ऑपरेशन कराया। सर्जरी के बाद मैं पूरी तरह से स्वतंत्र हो गई। अब मैं जो चाहती हूं पहनती हूं। आराम से साड़ी पहनती हूं। ऑपरेशन के तुरंत बाद मैंने अपना नाम सोमनाथ से मानबी रख लिया जिसका बांग्ला में मतलब महिला होता है।
बता दें कि पिछले साल अप्रैल में सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर को तीसरे जेंडर के रूप में मान्यता दी थी। एक आंकड़े के मुताबिक भारत में 20 लाख से ज्यादा ट्रांसजेंडर हैं।
उपन्यास लिख चुकी हैं मानबी, निकालती हैं अपनी मैग्जीन
1995 में मानबी ने ट्रांसजेंडरों के लिए पहली मैग्जीन 'ओब-मानब' (उप-मानव) निकाली। मैग्जीन भले ही नहीं बिकती हो लेकिन इसका प्रकाशन आज भी होता है। मानबी ने अपने जीवन के अनुभवों पर उपन्यास भी लिखा है। इंडलेस बॉन्डेज (Endless Bondage)। यह बेस्टसेलर रहा। उन्होंने कहा कि आज भी उनके उपन्यास की मांग काफी है।
कभी कॉलेज में भी हुई परेशानी, जबरन कराया जाता था 'मेल रजिस्टर' पर साइन
मानबी ने कहा कि भले ही कॉलेज में मेरे सहकर्मी पढ़े-लिखे होते हैं लेकिन कई बार मेरे साथ भेदभाव किया गया। मुझे परेशान किया जाता था। 2005 में अपनी पीएचडी पूरी करने वाली मानबी ने कहा झाड़ग्राम में पहली पोस्टिंग के दौरान मुझे मेल रजिस्टर पर साइन करने के लिए बाध्य किया जाता था। स्टूडेंट्स यूनियन ने मुझे धमकाया था और मोहल्ले में किसी को हमें किराएदार रखने से मना कर दिया था। कॉलेज ऑथिरटी ने कई बार समस्या खड़ी करने की कोशिश की। वे लोग शुरू में मुझे मानबी बनर्जी के रूप में काम नहीं करने देते थे, क्योंकि मुझे नौकरी सोमनाथ बनर्जी नाम से मिली थी। हालांकि कानून वे मेरा कुछ नहीं बिगाड़ सके।

गुर्जर आंदोलन: हाईकोर्ट ने कहा, तुरंत खाली कराएं हाईवे और ट्रैक, सीएस तलब


जयपुर/नई दिल्ली. राजस्थान में जारी गुर्जर आंदोलन पर हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए राज्य के चीफ सेक्रेटरी और पुलिस प्रमुख को गुरुवार को तलब किया है। हाईकोर्ट ने सरकार से पूछा है कि आखिर इस आंदोलन को इतनी छूट ही क्यों दी गई। हाईकोर्ट ने राज्य में हर तरह के ट्राफिक को तुरंत सामान्य तौर पर बहाल करने के भी आदेश दिए हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग तुरंत शुरू करें
हाईकोर्ट ने बुधवार को इस मामले पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सरकार को आदेश दिया कि जयपुर-आगरा नेश्नल हाईवे को तुरंत खुलवाया जाए जिसे आंदोलनकारियों ने जाम कर दिया है। हाईकोर्ट ने कहा, ‘हम सीएस और डीजीपी से जानना चाहेंगे कि पिछले कुछ दिनों में आपने रेल और ट्राफिक को सामान्य बनाने की दिशा में क्या किया? और इस आंदोलन को इतना फ्री हैंड क्यों दिया गया।’ हाईकोर्ट के अंतरिम आदेश में भरतपुर में होने वाली गैर कानूनी सभा को भी रोकने के आदेश दिए गए हैं। आदेश में ये भी कहा गया है कि पुलिस आंदोलन के कारण प्रभावित सभी क्षेत्रों में सामान्य स्थिती बनाने के लिए कदम उठाए। हाईकोर्ट ने रेलवे के डीआरएम को भी अदालत में हाजिर होने के आदेश दिए हैं।
सरकार और गुर्जरों के बीच बातचीत फेल
इससे पहले गुर्जर आंदोलन को खत्म करने की एक और कोशिश बुधवार को फेल हो गई। गुर्जर नेताओं और सरकार की बेनतीजा खत्म हो गई।
बैसला को बुलाएगी सरकार
सूत्रों के मुताबिक राजस्थान सरकार अब आंदोलन को खत्म कराने के लिए इसके नेता कर्नल किरोड़ी बैसला को बुलाने की तैयारी कर रही है। गुर्जरों की ओर से आरक्षण संघर्ष समिति के हिम्मत सिंह गुर्जर ने आरोप लगाया कि सरकार के पास कोई प्रस्ताव नहीं है। सरकार के पास केवल यही विकल्प है कि वह गुर्जरों को इस बात के लिए मनाए कि सरकार कोर्ट में अगली सुनवाई के दौरान अटार्नी जनरल को पक्ष रखने के लिए जरूर ले आएगी। हालांकि गुर्जर इस पर राजी होते हैं या नहीं, यह देखना होगा।
रेलवे को लग रहा चूना
राजस्थान में चल रहे गुर्जर आंदोलन के चलते ट्रेन रूट बुरी तरह प्रभावित हुआ है। रेलवे ने बुधवार को मुंबई से दिल्ली जाने वाली 11 ट्रेनों को कैंसिल किया है, वहीं 4 ट्रेनों का रूट बदला गया है। आरक्षण की मांग कर रहे गुर्जर आंदोलन के चलते ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को पिछले 6 दिन से भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। भरतपुर में आंदोलन के चलते ट्रैक बाधित होने से रेलवे को 80 करोड़ रुपए से अधिक का नुकसान हो चुका है।
6 दिन में 164 ट्रेन कैंसिल हुईं
रेलवे के प्रवक्ता अनिस सक्सेना का कहना है कि गुर्जर आंदोलन की वजह से राजधानी और गरीब रथ समेत अब तक कुल 164 ट्रेन कैंसिल हुई हैं, वहीं 109 ट्रेनों का रूट बदला जा चुका है। दिल्ली-मुंबई रूट के यात्रियों को गुर्जर आंदोलन के चलते भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई ट्रेने 10-12 घंटे की देरी से चल रही हैं।
ट्रेन कैंसिल तो किसी भी ट्रेन में चलेगा टिकट
गुर्जर आंदोलन के चलते अगर कोई ट्रेन कैंसिल होती है तो उसका टिकट उस रूट पर चलने वाली किसी भी ट्रेन में चलेगा। यात्री को केवल स्टेशन मास्टर से अपने मूल यात्रा टिकट पर सील लगवानी होगी। इसके बाद दूसरी ट्रेन में उसका टिकट वैध माना जाएगा। टीसी उससे जुर्माना नहीं वसूलेगा, न ही उसे ट्रेन में चढ़ने से रोकेगा।
रेलवे को रोजाना 15 करोड़ का नुकसान
रेलवे के एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि गुर्जर आंदोलन के चलते भरतपुर में ट्रेन रूट बाधित होने से रेलवे को रोजाना 15 करोड़ रुपए का नुकसान हो रहा है। पश्चिम रेलवे के मुताबिक 15 से 20 मालवाहक ट्रेनें रोज कैंसिल हो रही हैं। 21 मई से शुरू आंदोलन की वजह से कोटा मंडल को 80 करोड़ से अधिक घाटा हुआ है। जल्द ही स्थिति सामान्य नहीं हुई तो कोयले की ढुलाई पर इसका असर पड़ेगा।
500 लोग दे रहे हैं दिन रात पहरा
राजस्थान में सरकारी नौकरियों के लिए गुर्जर समाज 5 फीसदी अतिरिक्त आरक्षण की मांग कर रहा है। इसके लिए गुर्जर समाज के लोगों ने भरतपुर के पास दिल्ली-मुंबई ट्रेन रूट को बाधित कर दिया है। यहां पिछली 21 मई से बड़ी संख्या में गुर्जर ट्रैक्टर-ट्राली लेकर पहुंचे हैं और 500 लोग दिन-रात ट्रैक पर बैठे आंदोलनकारियों की निगरानी कर रहे हैं।
यूपी तक पहुंचा गुर्जर आंदोलन
गुर्जर आंदोलन की आग पश्चिम यूपी तक पहुंच गई है। मंगलवार को मुजफ्फरनगर में उग्र गुर्जरों ने दिल्ली-अंबाला रेलवे ट्रैक पर धरना दिया। इसके चलते चार घंटे तक ट्रेनों का आवागमन ठप रहा। बाद में अधिकारियों ने इन्हें समझा बुझाकर उन्हें उठाया और यातायात बहाल कराया।

स्मृति ने दिया प्रियंका के सवाल का करारा जवाब

रायबरेली। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोनिया गांधी के निवार्चन क्षेत्र में दो दिवसीय दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा, अब स्मृति ईरानी मानव विकास संसाधन मंत्री हैं। ऎसे वायदे के अनुरूप रायबरेली में आईआईआईटी की स्थापना क्यों नहीं करवा देती इसमें क्या बााधा है?  इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, लगता हैं मिसेज वाड्रा ने ठीक से होमवर्क नहीं किया है। उन्हें याद नहीं शायद देश में 60 साल तक कांग्रेस ने शासन किया। इस दौरान कांग्रेस ने कुछ काम नहीं किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि एक जीता हुआ उम्मीदवार एक हारे हुए उम्मीदवार से क्षेत्र के विकास के बारे में पूछ रहा है। वास्तव में यह चौंकाने वाली बात है।  उल्लेखनीय हैं स्मृति ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत गांधी-नेहरू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब तक कोरे वादे स्वीकार करती रही अमेठी की जनता अब विकास देखेगी। लखनऊ पहुंची प्रियंका ने कहा कि रायबरेली में कई समस्याएं हैं और इस बार वह कुछ सोच समझकर यहां के दौरे पर आई हैं। प्रियंका ने खासकर अमेठी की महिलाओं के साथ अलग से मुलाकात और बातचीत की। -
रायबरेली। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोनिया गांधी के निवार्चन क्षेत्र में दो दिवसीय दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा, अब स्मृति ईरानी मानव विकास संसाधन मंत्री हैं। ऎसे वायदे के अनुरूप रायबरेली में आईआईआईटी की स्थापना क्यों नहीं करवा देती इसमें क्या बााधा है?
इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, लगता हैं मिसेज वाड्रा ने ठीक से होमवर्क नहीं किया है। उन्हें याद नहीं शायद देश में 60 साल तक कांग्रेस ने शासन किया। इस दौरान कांग्रेस ने कुछ काम नहीं किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि एक जीता हुआ उम्मीदवार एक हारे हुए उम्मीदवार से क्षेत्र के विकास के बारे में पूछ रहा है। वास्तव में यह चौंकाने वाली बात है।
उल्लेखनीय हैं स्मृति ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत गांधी-नेहरू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब तक कोरे वादे स्वीकार करती रही अमेठी की जनता अब विकास देखेगी। लखनऊ पहुंची प्रियंका ने कहा कि रायबरेली में कई समस्याएं हैं और इस बार वह कुछ सोच समझकर यहां के दौरे पर आई हैं। प्रियंका ने खासकर अमेठी की महिलाओं के साथ अलग से मुलाकात और बातचीत की।
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रायबरेली। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोनिया गांधी के निवार्चन क्षेत्र में दो दिवसीय दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा, अब स्मृति ईरानी मानव विकास संसाधन मंत्री हैं। ऎसे वायदे के अनुरूप रायबरेली में आईआईआईटी की स्थापना क्यों नहीं करवा देती इसमें क्या बााधा है?
इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, लगता हैं मिसेज वाड्रा ने ठीक से होमवर्क नहीं किया है। उन्हें याद नहीं शायद देश में 60 साल तक कांग्रेस ने शासन किया। इस दौरान कांग्रेस ने कुछ काम नहीं किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि एक जीता हुआ उम्मीदवार एक हारे हुए उम्मीदवार से क्षेत्र के विकास के बारे में पूछ रहा है। वास्तव में यह चौंकाने वाली बात है।
उल्लेखनीय हैं स्मृति ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत गांधी-नेहरू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब तक कोरे वादे स्वीकार करती रही अमेठी की जनता अब विकास देखेगी। लखनऊ पहुंची प्रियंका ने कहा कि रायबरेली में कई समस्याएं हैं और इस बार वह कुछ सोच समझकर यहां के दौरे पर आई हैं। प्रियंका ने खासकर अमेठी की महिलाओं के साथ अलग से मुलाकात और बातचीत की।
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रायबरेली। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और प्रियंका गांधी वाड्रा के बीच इन दिनों आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। सोनिया गांधी के निवार्चन क्षेत्र में दो दिवसीय दौरे पर पहुंची प्रियंका गांधी ने कहा, अब स्मृति ईरानी मानव विकास संसाधन मंत्री हैं। ऎसे वायदे के अनुरूप रायबरेली में आईआईआईटी की स्थापना क्यों नहीं करवा देती इसमें क्या बााधा है?
इस पर स्मृति ईरानी ने कहा, लगता हैं मिसेज वाड्रा ने ठीक से होमवर्क नहीं किया है। उन्हें याद नहीं शायद देश में 60 साल तक कांग्रेस ने शासन किया। इस दौरान कांग्रेस ने कुछ काम नहीं किया। स्मृति ईरानी ने कहा कि एक जीता हुआ उम्मीदवार एक हारे हुए उम्मीदवार से क्षेत्र के विकास के बारे में पूछ रहा है। वास्तव में यह चौंकाने वाली बात है।
उल्लेखनीय हैं स्मृति ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत गांधी-नेहरू परिवार पर हमला बोलते हुए कहा था कि अब तक कोरे वादे स्वीकार करती रही अमेठी की जनता अब विकास देखेगी। लखनऊ पहुंची प्रियंका ने कहा कि रायबरेली में कई समस्याएं हैं और इस बार वह कुछ सोच समझकर यहां के दौरे पर आई हैं। प्रियंका ने खासकर अमेठी की महिलाओं के साथ अलग से मुलाकात और बातचीत की।
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राहुल के 'सूट-बूट सरकार' कमेंट पर मोदी बोले-हार पचा नहीं पा रही कांग्रेस


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के 'सूट-बूट वाली सरकार' वाले कटाक्ष पर पलटवार किया है। समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत करते हुए पीएम ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस एक साल बाद भी अपनी हार पचा नहीं पा रही है। मोदी ने यह भी कहा कि पूर्व की यूपीए शासन के दौरान गैर संवैधानिक संस्थाओं के पास ही असली शक्ति थी। बता दें कि राहुल गांधी ने मंगलवार को मोदी सरकार के एक साल पूरे होने पर 'सूट-बूट वाली सरकार' को हैपी बर्थडे कहा था। वहीं, बुधवार को भी त्रिशूर के एक कार्यक्रम में कहा कि वह पीएम या उनके सूट वाले पांच या छह दोस्तों से नहीं डरेंगे।
और क्या कहा मोदी ने

'पीएम के सत्ता के केंद्र होने में बुराई नहीं'
पीएमओ में सत्ता के केंद्रित होने की आलोचनाओं को खारिज करते हुए मोदी ने कहा कि पीएम और पीएमओ संवैधानिक व्यवस्था का हिस्सा हैं और इससे बाहर नहीं हैं। वहीं, एनजीओ के खिलाफ कार्रवाई पर प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है और कोई भी देशभक्त नागरिक इस पर आपत्ति नहीं उठा सकता है।
लैंड बिल पर
पीएम ने कहा कि जीएसटी और प्रस्तावित भूमि अधिग्रहण विधेयक कुछ ही समय में पारित होगा। गरीबों, किसानों और गांवों के पक्ष में भूमि विधेयक पर कोई भी सुझाव सरकार स्वीकार करेगी। पीएम ने कहा कि हमारे ध्यान जनता के हक में गुड गर्वनेंस और रिफॉर्म्स पर रहेगा।
अल्पसंख्यकों और विदेश दौरे पर
प्रधानमंत्री ने अल्पसंख्यकों पर कहा किसी भी समुदाय के खिलाफ हिंसा या किसी तरह का भेदभाव बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। विदेश दौरों को लेकर लगातार विपक्ष द्वारा की जा रही आलोचनाओं पर नरेंद्र मोदी ने कहा कि विपक्ष मेरे विदेश दौरों के बारे में आधारहीन आरोप लगा है।

Tuesday 26 May 2015

9 साल के 'नन्हे जादूगर' ने 9 रन देकर चटकाए 9 विकेट

अंडर-14 चयनकर्ताओं के नज़रअंदाज किए जाने के बाद 9 साल के नन्हे मुशीर खान ने उम्दा गेंदबाज़ी करते हुए अपनी टीम दादर यूनियन मातुंगा के लिए 9 विकेट झटक लिए। हालांकि मुशीर खान का चयन मुंबई के अंडर-14 टीम में नहीं हुआ है।

मुशीर ने आजाद मैदान में विरार सेंटर के खिलाफ खेलते हुए 14 ओवर में महज 9 रन देकर हैट ट्रिक के साथ 9 विकेट झटके।


इतना ही नहीं मुशीर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 152 गेंदों पर संयमित पारी खेलते हुए 48 रन बनाए।

मुशीर आईपीएल बेंगलुरु के लिए खेल चुके 17 वर्षीय सबसे युवा खिलाड़ी सरफराज खान के छोटे भाई हैं। सरफराज़ ने भी इस सीजन में अपनी प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया है।

मुशीर ने बेहतरीन प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को करारा जवाब भी दिया। उसकी घातक गेंदबाजी से विरार की टीम 34 रन पर लुढ़क गई। इससे पहले दादर यूनियन ने 239 रन बनाए थे।

यूरोप में बिकाऊ दुल्हन: महिलाएं कर रही हैं जाली शादियां

यूरोप में जाली शादियों का गोरखधंधा चल रहा है. अधिकारियों का कहना है कि पूर्वी यूरोप की गरीब महिलाएं विदेशियों के बहकावे में आकर पैसे लेकर जाली शादियां कर रही हैं.

18 वर्षीय क्लारा बालोगोवा के पास पैसों की बहुत कमी है और वो गर्भवती भी हैं. ऐसी हालत में 1000 मील का सफर तय करके स्लोवाकिया से इंग्लैंड पहुंच रही हैं वो भी एक ऐसे व्यक्ति से शादी करने जिसे उन्होनें कभी देखा भी नहीं.
वो जानती है कि जिससे उसकी शादी होने जा रही है वो उसको या उसके बच्चे को नहीं चाहता. उसे तो केवल यूरोपीय नागरिकता चाहिए. शादी का पूरा इंतजाम किया जा चुका है ताकि 23 साल के पाकिस्तानी दूल्हे को यूरोप में रहने का अधिकार जल्द से जल्द मिल जाए.
बालोगोवा से वादा किया गया है कि उसे ब्रिटेन में रहने के लिए एक साफ सुथरी जगह दी जाएगी और शायद थोड़ा पैसा भी. लेकिन वो बताती है कि ब्रिटेन आने के कुछ ही दिनों बाद उसे मेनचेस्टर से स्कॉटलैंड ले जाया गया. जहां उसे एक अपार्टमेंट में अपने होने वाले पति के साथ रखा गया . जब वो वहां नहीं होता था तो उसका छोटा भाई उसकी चौकसी करता था. साथ ही उसके पहचान के दस्तावेज उससे ले लिए गए. वो बताती हैं कि उसे बाहर नहीं जाने दिया जाता था.
हर साल बालोगोवा जैसी दर्जनों महिलाएं पूर्वी यूरोप के गरीब तबके से जाली शादी के लालच में आकर पश्चिम यूरोप लाई जाती हैं. अधिकारियों का कहना है कि ऐसे लोग जो इस काम को अंजाम देते हैं वो ज्यादातर या तो एशियाई मूल के होते हैं या फिर अफ्रीकी. यूरोप में रहने के लिए, सभी सुविधाएं पाने के लिए और आजादी से घूमने के लिए ये लोग भारी कीमत चुकाते हैं. दलालों या आपराधिक समूहों के जरिए ऐसी महिलाएं अपना देश छोड़ एक ऐसी मुसीबत में फंस जाती हैं जिससे छुटकारा मिल पाना मुश्किल होता है.
ये एक नए तरीके की अवैध सौदेबाजी का बाजार सामने आया है वो भी तब जब ब्रिटेन अपनी सीमाओं की सुरक्षा बढाने, इमिग्रेशन के सख्त कानून लाने पर विचार कर रहा है.
यूरोपीय अधिकारियों का कहना है कि 'इन जाली शादियों के एवज में महिलाओं को ब्रिटेन, आयरलैंड, जर्मनी और नीदरलैंड घूमने जाने के पैसे भी दिए जाते हैं. और कुछ महिलाओं को पहुंचने तक ये पता ही नहीं चल पाता कि वो किस दलदल में फंस गई हैं. महिलाओं को शादी के दस्तावेज पर दस्तखत करने तक बंधक बनाया जाता है, उसके पति और पति के दोस्त उसके साथ अपशब्द इस्तेमाल करते हैं, उसका यौन उत्पीड़न किया जाता है इसके अलावा ड्रग की तस्करी में इस्तेमाल किया जाता है. और कई बार तो उसे एक से ज्यादा शादियां करने के लिए भी मजबूर किया जाता है. '
मेनचेस्टर पुलिस ने इस मामले में एक संदिग्ध को गिरफ्तार भी किया है.

होल्डर ने कहा, महेंद्र सिंह धौनी से कप्तानी के गुर सीखे

नयी दिल्ली :  महेंद्र सिंह धौनी प्रभावशाली व्यक्ति हैं और चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए मैंने उनसे नेतृत्वक्षमता के गुणों को सीखा है. यह कहना है, वेस्टइंडीज की वनडे टीम के युवा कप्तान जैसन होल्डर का. उन्होंने कहा है कि  चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ बिताये गये दिनों में उन्हें किसी और से नहीं बल्कि भारत के सीमित ओवरों की टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धौनी से नेतृत्व कौशल के गुर सीखने को मिले थे.
होल्डर ने बातचीत में कहा, धौनी प्रभावशाली व्यक्ति हैं. सही मायनों में वह लीडर हैं और इंडियन प्रीमियर लीग में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलते हुए मुझे यह अहसास हुआ था. कप्तान के रूप में मैं प्रेरणा के लिए मैं हमेशा धौनी की नेतृत्वक्षमता के गुणों पर गौर करता हू. कैरेबियाई कप्तान से पूछा गया कि वह धौनी के किन गुणों को अपनी कप्तानी में समाहित करना चाहेंगे, उन्होंने कहा, धौनी जिस तरह से दबाव से निबटते हैं वह बेजोड़ हैं. यही वजह है कि विभिन्न देशों के खिलाडियों की टीम का नेतृत्व करते हुए उन्होंने इतना कुछ हासिल किया.

उनसे काफी कुछ सीखा जा सकता है.  वेस्टइंडीज ने अभी तीनों प्रारूप में अलग- अलग कप्तान नियुक्त किये हैं. होल्डर उनमें से एक हैं. रिकार्ड के लिए बता दें कि वह 2014 में सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से आईपीएल में खेले थे लेकिन वेस्टइंडीज के अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के कारण इस बार आईपीएल में नहीं खेल पाये. होल्डर ने स्वदेश में बैठकर आईपीएल का लुत्फ उठाया और उन्हें खुशी है कि इस दौरान वह इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला खेलने में सफल रहे. इंग्लैंड के खिलाफ एंटीगा में मैच को बचाने वाली शतकीय पारी खेलने वाले होल्डर ने कहा, फिर से आईपीएल में खेलने से मुझे खुशी होती लेकिन इस बार मेरा लक्ष्य हटकर था.

मैं वेस्टइंडीज की मदद करने और उसकी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहा था. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आपको अच्छे और बुरे दिनों से गुजरना पड़ता है लेकिन आपको खुद पर विश्वास होना चाहिए.  होल्डर को पिछले साल वेस्टइंडीज के दक्षिण अफ्रीकी दौरे के दौरान वनडे टीम का कप्तान बनाया गया. उन्हें ड्वेन ब्रावो की जगह कमान सौंपी गयी. उन्होंने कहा कि वह कभी दबाव में या ड्रेसिंग रूम में सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी से परेशान नहीं हुए.
 
उन्होंने कहा, दक्षिण अफ्रीका में कप्तान के रूप में मेरे पहले दौरे में मेरा काम प्रत्येक खिलाड़ी का आकलन करना था. हमें कुछ ठोस रणनीति बनाने की जरूरत थी. मुझे यह समझने की जरूरत थी कि टीम के रूप में कुछ खास परिस्थितियों में हम कैसी प्रतिक्रिया करते हैं. मैं अंडर - 23 टीम का कप्तान था और मेरे सामने जो परिस्थितियां थी वह चुनौतीपूर्ण थी.  होल्डर कैरेबियाई प्रीमियर लीग ( सीपीएल ) में बारबाडोस ट्राइडेंट्स की तरफ से खेलेंगे लेकिन उनका पूरा ध्यान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन जून से शुरू होने वाली घरेलू श्रृंखला पर टिका है. इस ऑलराउंडर ने कहा, अभी मेरा पूरा ध्यान ऑस्ट्रेलियाई श्रृंखला पर है. इसके बाद मैं सीपीएल के बारे में विचार करूंगा.

112 अंकों की गिरावट के साथ 27,531 पर बंद हुआ सेंसेक्स

मुंबई: देश के शेयर बाजारों में मंगलवार को गिरावट दर्ज की गई. प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 112.47 अंकों की गिरावट के साथ 27,531.41 पर और निफ्टी 30.90 अंकों की गिरावट के साथ 8,339.35 पर बंद हुआ.

बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स सुबह 10.22 अंकों की गिरावट के साथ 27,633.66 पर खुला और 112.47 अंकों या 0.41 फीसदी गिरावट के साथ 27,531.41 पर बंद हुआ. दिन भर के कारोबार में सेंसेक्स ने 27,675.94 के ऊपरी और 27,473.54 के निचले स्तर को छुआ.

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक निफ्टी 6.85 अंकों की तेजी के साथ 8,377.10 पर खुला और 30.90 अंकों या 0.37 फीसदी गिरावट के साथ 8,339.35 पर बंद हुआ. दिन भर के कारोबार में निफ्टी ने 8,378.90 के ऊपरी और 8,320.05 के निचले स्तर को छुआ.

बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी गिरावट देखी गई. मिडकैप 1.15 अंक की गिरावट के साथ 10,609.96 पर और स्मॉलकैप 17.73 अंकों की गिरावट के साथ 11,165.65 पर बंद हुआ. बीएसई के 12 में से मात्र दो सेक्टरों बैंकिंग (0.08 फीसदी) और बिजली (0.02 फीसदी) में तेजी दर्ज की गई.

बीएसई के तेल एवं गैस (1.03 फीसदी), रियल्टी (0.86 फीसदी), तेज खपत उपभोक्ता वस्तु (0.54 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (0.40 फीसदी) और सूचना प्रौद्योगिकी (0.35 फीसदी) में सर्वाधिक गिरावट दर्ज की गई.

अमेरिकी मीडिया ने मोदी के 'मेक इन इंडिया' प्रोजेक्ट पर साधा निशाना


न्यूयॉर्क. केंद्र में नरेंद्र मोदी नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने मंगलवार को एक साल पूरे कर लिए। लेकिन इस मौके पर अमेरिकी मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' को निशाने पर लिया है। मोदी सरकार की उपलब्धियों पर आलोचनात्मक रुख अख्तियार करते हुए मशहूर अमेरिकी अखबार वॉल स्ट्रीट जर्नल ने कहा है कि उनका 'मेक इन इंडिया' अभियान महज सुर्खियां ही बटोर रहा है, जबकि 'भारी उम्मीदों' के बीच रोजगार में बढ़त अब भी धीमी बनी हुई है। उधर, न्यूयॉर्क टाइम्स ने भी अपने आर्टिकल में लिखा है कि नरेंद्र मोदी को सच का सामना करना होगा।
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने 'इंडियाज मोदी एट वन ईयर: 'यूफोरिया फेज' इज़ ओवर, चैलेंजेज लूम' शीर्षक से एक आर्टिकल छापा है। इसमें लिखा है कि मोदी सरकार को यहां की जनता ने देश में बदलाव लाने और अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के मद्देनजर उन्हें भारी बहुमत दिया। लेकिन हालात में कोई परिवर्तन होता नहीं दिख रहा।
आर्थिक पैमानों का दिया हवाला
आर्टिकल में यह भी कहा गया है कि मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में मोदी सरकार ने जिस 'मेक इन इंडिया' अभियान को शुरू किया है, वह अब तक सिर्फ सुर्खियों में ही है। निर्यात जैसे आर्थिक मानक का हवाला देते हुए कहा गया है कि अर्थव्यवस्था अब भी लड़खड़ा रही है। यह भी लिखा कि पिछले साल पूंजीगत निवेश के लिए मुद्रास्फीति 2004 के बाद सबसे निचले स्तर पर है। निर्यात भी अप्रैल महीने में लगातार पांचवें महीने गिरा है। इतना ही नहीं, कंपनियों की आय भी निराशाजनक रही है। वहीं, विदेशी निवेशकों ने मई में अब तक भारतीय शेयर बाजारों से लगभग 2 अरब डॉलर (12,634 करोड़ रुपए) निकाल लिया है।
NYT ने लिखा-मोदी को करना होगा सच का सामना
न्यूयॉर्क टाइम्स ने एक समाचार विश्लेषण में कहा कि मोदी को वास्तविकता का सामना करना होगा। उनके ज्यादातर एजेंडे अभी केवल संभावित हैं। अखबार ने लिखा है, "विदेश की नजर से देखें, तो भारत उभरता सितारा नजर आता है। चीन से भी आगे निकलकर विश्व में तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनने की संभावना। लेकिन अपने ही घर में रोजगार का मामला सुस्त है। कारोबार इंतजार करो और देखो मोड में है।"

काला धन में यश बिड़ला का नाम

बर्न। स्विटजरलैंड ने स्विस बैंकों में खाता रखने वाले पांच और ऐसे भारतीयों का नाम उजागर किया है, जिनके खिलाफ भारत में कर चोरी की जांच चल रही है। मंगलवार को स्विटजरलैंड के संघीय राजपत्र में जिन भारतीयों के नाम सामने आए, उनमें उद्योगपति यश बिड़ला, पोंटी चढ्डा के दामाद गुरजीत सिंह कोचर और दिल्ली की व्यवसायी रितिका शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा मुंबई से सिटी लिमोसिन कंपनी के जरिये पोंजी कारोबार करने वाले सैयद मुहम्मद मसूद और उनकी पत्नी कौसर मुहम्मद मसूद काम नाम भी उजागर हुआ है। इन दोनों पर सिटी लिमोसिन घोटाले में भी शामिल रहने का आरोप है।

बिड़ला और रितिका शर्मा के बारे में स्विटजरलैंड पहले भी भारत के साथ कुछ जानकारी साझा कर चुका है। राजपत्र में इन दोनों का भारत में पता भी बताया गया है। हालांकि कौन सी जानकारी भारत को दी गई है, इसका कोई उल्लेख नहीं किया गया है। इससे पहले सोमवार रात को स्नेहलता साहनी और संगीता साहनी के नाम सामने आए थे। स्विटजरलैंड के राजपत्र में पिछले दो दिनों में कुल मिलाकर सात भारतीयों के नामों का खुलासा किया गया है। इसमें अमेरिका और इजरायल समेत कई अन्य विदेशी नागरिकों के नाम भी सार्वजनिक किए गए हैं। इन लोगों के खिलाफ उनके अपने देशों में जांच चल रही है।

क्यों किए नाम उजागर

भारतीय अधिकारियों ने इन लोगों के बारे में स्विस प्रशासन से जानकारी मांगी थी। इसी के तहत स्विटजरलैंड के संघीय राजपत्र में इनके नाम जाहिर किए गए। प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर सैयद मसूद और कौसर मसूद के खातों को भी कुछ साल पहले सीज किया गया था।

30 दिन में अपील की सलाह

स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन ने इन लोगों से कहा है कि अगर वे नहीं चाहते हैं कि उनकी विस्तृत जानकारी भारतीय अधिकारियों को दी जाए, तो वे 30 दिन के भीतर स्विस कोर्ट में अपील कर सकते हैं। कर मामलों पर 'आपसी सहायता संधि' के तहत स्विटजरलैंड को भारत के साथ जानकारी साझा करना जरूरी है।

सबने साध रखी है चुप्पी

स्विस राजपत्र में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उन सबने इसको लेकर चुप्पी साध रखी है। बिड़ला की प्रतिक्रिया जानने के लिए उनके कार्यालय को कई मेल भेजे गए, लेकिन एक का भी जवाब नहीं आया। शर्मा ने भी किसी फोन का जवाब नहीं दिया। कोचर के परिजन ने कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उनके बारे में माना जा रहा है कि वे विदेश में हैं। वे आयकर विभाग और कुछ अन्य एजेंसियों की जांच का भी सामना कर रहे हैं। मसूद की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।

इन भारतीयों के नाम उजागर

--यश बिरला : यश बिड़ला समूह

--गुरजीत सिंह कोचर : पोंटी चढ्डा के दामाद

--रितिका शर्मा : ब्लेसिंग्स अपारेल

--सैयद मुहम्मद मसूद : सिटी लिमोसिन

--कौसर मुहम्मद मसूद : सैयद मुहम्मद की पत्नी

इसके अलावा सोमवार रात को स्नेहलता साहनी और संगीता साहनी के नाम सामने आए। दोनों की जन्मतिथि के अलावा और कोई जानकारी नहीं दी गई है।

आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ

स्विटजरलैंड सरकार के खुलासों से प्रसन्न वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इससे आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है। वित्त मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'मैं कई बार यह बात कह चुका हूं कि गोपनीयता के जिस पर्दे की आड़ में भारतीयों ने अपना काला धन अन्य देशों में छिपा रखा है, वह अब उठने वाला है। इन खुलासों से आगे की कार्रवाई के लिए हमें पर्याप्त जानकारी मिल सकेगी।' उन्होंने कहा कि सालभर से हमने लगातार इस मुद्दे पर स्विस अधिकारियों से बात की है
बर्न। स्विटजरलैंड ने स्विस बैंकों में खाता रखने वाले पांच और ऐसे भारतीयों का नाम उजागर किया है, जिनके खिलाफ भारत में कर चोरी की जांच चल रही है। मंगलवार को स्विटजरलैंड के संघीय राजपत्र में जिन भारतीयों के नाम सामने आए, उनमें उद्योगपति यश बिड़ला, पोंटी चढ्डा के दामाद गुरजीत सिंह कोचर और दिल्ली की व्यवसायी रितिका शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा मुंबई से सिटी लिमोसिन कंपनी के जरिये पोंजी कारोबार करने वाले सैयद मुहम्मद मसूद और उनकी पत्नी कौसर मुहम्मद मसूद काम नाम भी उजागर हुआ है। इन दोनों पर सिटी लिमोसिन घोटाले में भी शामिल रहने का आरोप है।
बिड़ला और रितिका शर्मा के बारे में स्विटजरलैंड पहले भी भारत के साथ कुछ जानकारी साझा कर चुका है। राजपत्र में इन दोनों का भारत में पता भी बताया गया है। हालांकि कौन सी जानकारी भारत को दी गई है, इसका कोई उल्लेख नहीं किया गया है। इससे पहले सोमवार रात को स्नेहलता साहनी और संगीता साहनी के नाम सामने आए थे। स्विटजरलैंड के राजपत्र में पिछले दो दिनों में कुल मिलाकर सात भारतीयों के नामों का खुलासा किया गया है। इसमें अमेरिका और इजरायल समेत कई अन्य विदेशी नागरिकों के नाम भी सार्वजनिक किए गए हैं। इन लोगों के खिलाफ उनके अपने देशों में जांच चल रही है।
क्यों किए नाम उजागर
भारतीय अधिकारियों ने इन लोगों के बारे में स्विस प्रशासन से जानकारी मांगी थी। इसी के तहत स्विटजरलैंड के संघीय राजपत्र में इनके नाम जाहिर किए गए। प्रवर्तन निदेशालय के अनुरोध पर सैयद मसूद और कौसर मसूद के खातों को भी कुछ साल पहले सीज किया गया था।
30 दिन में अपील की सलाह
स्विस फेडरल टैक्स एडमिनिस्ट्रेशन ने इन लोगों से कहा है कि अगर वे नहीं चाहते हैं कि उनकी विस्तृत जानकारी भारतीय अधिकारियों को दी जाए, तो वे 30 दिन के भीतर स्विस कोर्ट में अपील कर सकते हैं। कर मामलों पर 'आपसी सहायता संधि' के तहत स्विटजरलैंड को भारत के साथ जानकारी साझा करना जरूरी है।
सबने साध रखी है चुप्पी
स्विस राजपत्र में जिन लोगों के नाम सामने आए हैं, उन सबने इसको लेकर चुप्पी साध रखी है। बिड़ला की प्रतिक्रिया जानने के लिए उनके कार्यालय को कई मेल भेजे गए, लेकिन एक का भी जवाब नहीं आया। शर्मा ने भी किसी फोन का जवाब नहीं दिया। कोचर के परिजन ने कुछ भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया। उनके बारे में माना जा रहा है कि वे विदेश में हैं। वे आयकर विभाग और कुछ अन्य एजेंसियों की जांच का भी सामना कर रहे हैं। मसूद की ओर से भी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इन भारतीयों के नाम उजागर
--यश बिरला : यश बिड़ला समूह
--गुरजीत सिंह कोचर : पोंटी चढ्डा के दामाद
--रितिका शर्मा : ब्लेसिंग्स अपारेल
--सैयद मुहम्मद मसूद : सिटी लिमोसिन
--कौसर मुहम्मद मसूद : सैयद मुहम्मद की पत्नी
इसके अलावा सोमवार रात को स्नेहलता साहनी और संगीता साहनी के नाम सामने आए। दोनों की जन्मतिथि के अलावा और कोई जानकारी नहीं दी गई है।
आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ
स्विटजरलैंड सरकार के खुलासों से प्रसन्न वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि इससे आगे की कार्रवाई का रास्ता साफ हो गया है। वित्त मंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, 'मैं कई बार यह बात कह चुका हूं कि गोपनीयता के जिस पर्दे की आड़ में भारतीयों ने अपना काला धन अन्य देशों में छिपा रखा है, वह अब उठने वाला है। इन खुलासों से आगे की कार्रवाई के लिए हमें पर्याप्त जानकारी मिल सकेगी।' उन्होंने कहा कि सालभर से हमने लगातार इस मुद्दे पर स्विस अधिकारियों से बात की है
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अगर होगी 370 सीटें तभी बना पाएंगे राम मंदिर, हटेगी धारा 370: अमित शाह

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण जैसे अहम मुद्दों को सुलझाने के लिए पार्टी को संसद में दो तिहाई बहुमत चाहिए। शाह ने मोदी सरकार के एक साल पूरे होने के अवसर पर पार्टी मुख्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में यह बात कही। उनसे पूछा गया था कि मोदी सरकार के एक साल होने के बाद भी पार्टी के अहम मुद्दों पर कोई प्रगति नहीं हुई है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कोर मुद्दों को सुलझाने के लिए पार्टी को लोकसभा में दो तिहाई बहुमत यानी 370 सीटें चाहिए। उल्लेखनीय है कि भाजपा के प्रमुख मुद्दों में अनुच्छेद 370 हटाना, देश में समान नागरिक संहिता लागू करना और अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण शामिल है। पार्टी पर आरोप लग रहे हैं कि सत्ता में रहने के लिए उसने इन मुद्दों को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
मोदी सरकार के एक साल पूरा होने पर मंगलवार को भाजपा के अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि 30 साल बाद किसी पार्टी को केंद्र में पूर्ण बहुमत मिला। चुनाव से पहले देश को प्रधानमंत्री पर और प्रधानमंत्री को कैबिनेट पर भरोसा नहीं था। लेकिन मोदी सरकार ने विश्वास के संकट को खत्म किया।
अमित शाह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि देश में सरकार के प्रति अविश्वास का खत्म होना इस सरकार की बड़ी उपलब्धि है। यूपीए सरकार के 10 साल के कार्यकाल में देश लगातार भ्रष्टाचार में डूबा हुआ था। उन्होंने कहा कि यह सरकार देश को पॉलिसी पैरालेसिस से बाहर लेकर आई है। दुनिया में घोटालों की वजह से देश की साख खराब थी। हमारी सरकार एक साल में बेदाग रही। यह हमारी बड़ी उपलब्धि है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि आज दुनिया भारत की प्रगति को बड़ी उम्मीदों से देख रही है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि यूपीए सरकार ने कालेधन की रोकथाम के लिए क्या किया। मोदी सरकार ने पहली बैठक में कालेधन को लेकर एसआईटी बनाई, करीब सात सौ नाम उजागर किए गए, कालेधन की रोकथाम के लिए मजबूत कानून बनाया।
शाह ने कहा कि काले धन खाताधारकों का नाम पूछने वाले काले धन के समर्थक हैं। कई देशों से संधि के कारण नामों का खुलासा करना ठीक नहीं है। अमित शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले एक साल में संघीय ढांचे को मजबूत किया। योजना आयोग को खत्म करने हमने नीति आयोग की स्थापना की और देश के लिए पॉलिसी बनाने में राज्यों के प्रतिनिधियों को इसमें शामिल किया।
शाह ने कहा कि एक साल पहले देश की अर्थव्यवस्था पटरी से उतर चुकी थी। भाजपा सरकार ने एक साल में जीडीपी को 4.4 से 5.7 फीसद पर पहुंचाया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जब सत्ता में आती है तब विकास दर गिरती है और जब भाजपा सत्ता में आती है तो विकास दर बढ़ती है। शाह ने कहा कि हमारी प्राथमिकता गरीब को विकास की दौड़ में आगे लाने की है।

Monday 25 May 2015

डूंगरपुर में सड़क हादसा, 6 की मौत, 16 घायल

डूंगरपुर।राजस्थान में डूंगरपुर जिले के बिछीवाडा थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग आठ पर रविवार देर रात एक अनियंत्रित ट्रेलर शादी के कार्यकम में शामिल लोगों पर चढ़ गया जिससे एक महिला, बच्चा सहित छह लोगों की मौत हो गई तथा 16 अन्य घायल हो गए।
पुलिस के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित शिशोद गांव में हीरालाल पाटीदार के पुत्र की शादी में शामिल लोगों पर उदयपुर से अहमदाबाद की तरफ जा रहे बेकाबू ट्रेलर उन पर चढ़ गया। जिसमें जीवन पाटीदार, गौतम पाटीदार, दिनेश, लीला, कचरू तथा दीतेश की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। 
घायल लोगो को खेरवाटा, डूंगरपुर, एवं बिछीवाड़ा के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। घटना की सूचना मिलते ही जिला कलक्टर इन्द्रजीत सिंह,जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा घटनास्थल पर पहूंचे तथा ट्रेलर लेकर भाग रहे चालक को नाकेबन्दी के दौरान गिरफ्तार कर लिया।
राजस्थान सरकार ने हादसे में सभी मृतकों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 50-50 हजार रूपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।

द ग्रेट खली ने बयां किया दर्द, 'ज्यादा कद-काठी होने के कारण आती थी शर्म'

बठिंडा. द ग्रेट खली उर्फ दलीप सिंह राणा रविवार को बठिंडा में आयोजित नशा छुड़ाओ कैंप में विशेष मेहमान के तौर पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने दैनिक भास्कर बठिंडा के दफ्तर में विशेष बातचीत में बताया कि हिमाचल प्रदेश में लोगों की हाइट बहुत कम होती है। जबकि मेरी हाइट बहुत ज्यादा थी। मैं अपने गांव वालों के साथ खड़ा होने में झिझकता था। फिर मैं पंजाब आया तो देखा कि पंजाब के लोग मुझसे मिलते-जुलते हैं। पंजाब में आकर अच्छा महसूस होता था।
मैंने जिंदगी में कभी नशा नहीं किया
खली ने कहा कि मैंने जिंदगी में कभी नशा नहीं किया। अगर मैं करता तो शायद कभी खली नहीं बन पाता। खली ने कहा, नशे के खिलाफ प्रचार बहुत हो चुका है। अब नशे को खत्म करने का समय है। नशा करने से अगर अकेले एक आदमी को नुकसान होता तो मैं कभी भी नशा नहीं करने की वकालत नहीं करता। बल्कि नशा करने वाले के साथ-साथ पूरे परिवार को नतीजा भुगतना पड़ता है। खली ने कहा, जालंधर में खोली गई उनकी अकेडमी सीडब्ल्यूई के तीन स्टूडेंट डब्ल्यूडब्ल्यूई के लिए सेलेक्ट हुए हैं। इसमें अमरीका के कोच युवाओं को रेसलिंग की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
मेरे तीन स्टूडेंट हैं डब्ल्यूडब्ल्यूई में
उन्होंने कहा कि जालंधर में खोली गई उनकी अकेडमी सीडब्ल्यूई के तीन स्टूडेंट डब्ल्यूडब्ल्यूई के लिए सेलेक्ट हुए हैं। इसमें अमरीका के कोच युवाओं को रेसलिंग की ट्रेनिंग दे रहे हैं। मेरी इच्छा है कि देश में हजारों खली पैदा हों।

रेल हादसा: मरने वालों की तादाद हुई 5, रवाना हुई मूरी एक्सप्रेस

कौशांबी (उत्तर प्रदेश). उत्तर प्रदेश के कौशांबी में मूरी एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरियों से उतर गए। इसमें पांच यात्रियों की मौत हुई है और करीब 200 के घायल हुए हैं। घटना के कई घंटे बाद मूरी एक्सप्रेस को कानपुर की तरफ रवाना कर दिया गया है।
एसी के दो कोच, स्लीपर के पांच कोच डिरेल
उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद से 40 किलोमीटर दूर कौशांबी जिले के सिराथू के अटसराए रेलवे स्टेशन के पास राउरकेला से जम्मूतवी जा रही मूरी एक्सप्रेस के एसी के दो कोच, स्लीपर के पांच कोच, एक जनरल कोच डिरेल हुए हैं।
घटनास्थल की ओर रवाना हुए रेल राज्यमंत्री
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने जीएम एनसीआर और डीआरएम इलाहाबाद को घायलों को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सिन्हा खुद गाजीपुर से घटनास्थल की ओर रवाना हो गए हैं। रेलवे के सीपीआरओ विजय कुमार ने जानकारी दी है कि मुगलसराय और इलाहाबाद से रेलवे की राहत टीमें रवाना हो गई हैं। वहीं, यूपी सरकार के मुख्य सचिव ने तुरंत राहत कार्य शुरू करने के आदेश दे दिए हैं। डीआरएम एनसीआर वीके त्रिपाठी ने बताया कि मूरी एक्सप्रेस को सही डिब्बों के साथ कानपुर के लिए रवाना कर दिया गया है।
हेल्पलाइन नंबर
इलाहाबाद 05321072
कानपुर 05121072
मोबाइल से सभी अंक यानी इलाहबाद के लिए 05321072 और लैंड लाइन फोन से जानकारी के लिए आखिरी के चार अंक यानी इलाहाबाद के लिए 1072 डायल करने होंगे।
रेल ट्रैफिक पर असर
हादसे की वजह से दिल्ली-हावड़ा अप और डाउन रुट बंद कर दिया गया है। कई ट्रेनों को आसपास के स्टेशनों पर रोक दिया गया है।
ये ट्रेनें हुई डायवर्ट
- नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस (12505) और कालका मेल (12311) वाया चियोकी, मानिकपुर, बांदा, कानपुर।
- ट्रेन नंबर 12307, 12819, 12487, 12987 वाया प्रयाग, उंचाहार, कानपुर।
-ट्रेन नंबर 12801, 12397, 14055 वाया मुगलसराय, लखनऊ, कानपुर।
ये ट्रेनें हुई कैंसिल
-इलाहाबाद-कानपुर इंटरसिटी (22441)
-संगम एक्सप्रेस (14163/14055)
-आनंद विहार टर्मिनल (13132) ये ट्रेन कोलकाता जाने वाली थी और आनंद विहार से कैंसिल की गई है।
मुआवजे का एलान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हादसे में मरने वाले मुसाफिरों के घरवालों के लिए दो-दो लाख रुपए मुआवजे का एलान किया है।

बहन के रिसेप्शन में पहुंचे सलमान खान, हिमाचल सरकार ने बनाया सरकारी मेहमान

मंडी (हिमाचल प्रदेश). बॉलीवुड एक्टर सलमान खान अपनी बहन अर्पिता खान शर्मा के रिसेप्शन में शामिल होने के लिए सोमवार दोपहर हिमाचल प्रदेश पहुंचे। उन्‍हें हिमाचल प्रदेश सरकार ने 'स्टेट गेस्ट' यानी सरकारी मेहमान का दर्जा दिया है। वह राज्य सरकार के हेलिकॉप्टर में ही धर्मशाला से मंडी के सुंदरनगर पहुंचे।
अर्पिता खान की शादी सीनियर कांग्रेसी नेता सुखराम के पोते आयुष शर्मा से बीते साल 18 नंवबर को हुई थी। शादी के 7 महीने बाद मंडी में रिसेप्शन रखा गया है। आयुष के पिता अनिल शर्मा हिमाचल सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। मंडी में उनका रिसेप्‍शन सलमान के कानूनी उलझनों में फंसे होने के कारण अब तक नहीं किया गया था। लेकिन, पिछले दिनों जब हिट एंड रन केस में सजा पाने के बाद सलमान हाईकोर्ट से जमानत पा गए, तब यह कार्यक्रम रखा गया।
रिसेप्शन में नहीं आ पाएंगे सीएम
रिसेप्शन में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह नहीं पहुंच पाएंगे। शर्मा परिवार ने सीएम को आमंत्रित किया था। मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के कार्यालय के अनुसार, वह आधिकारिक कामों में व्यस्त होने की वजह से रिसेप्शन में शामिल नहीं हो पाएंगे। हालांकि राज्य के कई मंत्रियों, विधायकों, उद्योगपतियों व सदर हलके की जनता रिसेप्शन में पहुंचेगी। पंडित सुखराम व अनिल शर्मा ने लोगों को अलग-अलग निमंत्रण दिया है। कुल 20 हजार से ज्‍यादा कार्ड बांटे गए हैं।
आयुष-अर्पिता संग मंडी पहुंचा खान परिवार
रिसेप्‍शन के लिए सलमान को छोड़ पूरा खान परिवार आयुष शर्मा व अर्पिता खान के साथ रविवार को मंडी पहुंचा। अर्पिता की दोनों मां सलमा खान व हेलन खान, भाई सोहेल खान, अरबाज खान, भाभी मलाइका अरोड़ा खान, सीमा खान, बहन अलबीरा व जीजा अतुल अग्निहोत्री के अलावा दो दर्जन नजदीकी रिश्तेदार व दोस्त भी रिसेप्शन के लिए मंडी पहुंचे हैं।